नईदिल्ली : पिछले दिनों ऐसे कुछ दावे सामने आए हैं कि विराट कोहली की रिटायरमेंट के बाद 2028 ओलंपिक्स में क्रिकेट का खेल होने पर खतरा मंडराने लगा है. चूंकि कोहली दुनिया के सबसे लोकप्रिय एथलीटों में से एक हैं, इस कारण ऐसे दावे किए जा रहे हैं.
बता दें कि अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) में इस समय 108 मेंबर्स हैं, जिनमें से केवल 12 देशों को टेस्ट क्रिकेट खेलने की मान्यता प्राप्त है. इस बीच क्रिकेट को पश्चिमी देशों में लोकप्रियता दिलाने के लिए टी20 वर्ल्ड कप 2024 का आयोजन वेस्टइंडीज और USA में करवाया गया. आयोजन सफल रहा, जिसमें भारत ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी. अब आखिर विराट कोहली की रिटायरमेंट को 2028 ओलंपिक्स से क्यों जोड़ा जा रहा है. दरअसल इसका भी एक उचित कारण है.
2028 में होने वाले लॉस एंजेलिस ओलंपिक खेलों के स्पोर्ट्स डायरेक्टर, निकोलो कैम्प्रियानी ने पिछले साल एक मीडिया इंटरव्यू में विराट कोहली को लेकर बहुत बड़ा बयान दे डाला था. उनका कहना था कि क्रिकेट के वैश्विक स्तर पर आने से ना केवल लॉस एंजेलिस में होने वाले ओलंपिक खेल बल्कि अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक संघ और पूरे क्रिकेट समुदाय के लिए फायदे का सौदा है. वहीं कोहली की लोकप्रियता क्रिकेट को नई पहचान दिलाने में मददगार रहेगी.
विराट कोहली की फैन फॉलोइंग से होगा फायदा
कैम्प्रियानी ने कहा, “मेरे हिसाब से विराट कोहली सोशल मीडिया पर दुनिया में तीसरे सबसे ज्यादा फॉलो किए जाने वाले एथलीट हैं. लेब्रोन जेम्स (दिग्गज NBA खिलाड़ी), टॉम ब्रेडी (दिग्गज NFL खिलाड़ी) और टाइगर वुड्स (दिग्गज गोल्फ प्लेयर) के फॉलोवर्स की संख्या को मिला लिया जाए तो भी विराट के फॉलोवर्स की संख्या उनसे ज्यादा है. ये लॉस एंजेलिस ओलंपिक खेल 2028, अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक संघ और क्रिकेट समुदाय, इन तीनों के लिए बड़ी जीत के समान है. क्रिकेट के खेल को अब वैश्विक स्तर पर दिखाया जाएगा.”
विराट कोहली की रिटायरमेंट के कारण अड़चन?
ऐसे दावे किए जा रहे हैं कि विराट कोहली के रिटायरमेंट लेने से लॉस एंजेलिस में होने वाले ओलंपिक खेलों में क्रिकेट पर किया जा रहा प्रयोग असफल रह सकता है. चूंकि 2028 के ओलंपिक खेलों में टी20 फॉर्मेट खेला जाएगा, लेकिन कोहली इससे रिटायरमेंट ले चुके हैं. हालांकि कोहली के संन्यास से क्रिकेट की व्यूवरशिप पर असर पड़ सकता है, लेकिन क्रिकेट को नहीं हटाया जाएगा.