नईदिल्ली : पेरिस ओलंपिक में अब बस 14 दिनों का समय रह गया है। पिछली बार यानी साल 2020 के टोक्यो ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ियों ने कुल सात मेडल जीतकर इतिहास रचा था। ऐसे में साल 2024 के ओलंपिक में खिलाड़ियों की कोशिश पिछली बार से अधिक मेडल जीतने की होगी। ऐसे में हम आपको भारत के 10 ऐसे एथलीट्स के बारे में बताने जा रहे हैं जो साल 2024 में मेडल जीतने के प्रबल दावेदार हैं।
पिछले ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा प्रतियोगिताओं से ज़्यादा फिटनेस पर ध्यान दे रहे हैं। उनका लक्ष्य लगातार गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट बनना है।
विनेश फोगाट की नजरें ओलंपिक मेडल पर टिकी हुई है और इसके लिए उन्होंने तैयारियां भी शुरू कर दी है। हाल ही में मैड्रिड में ग्रां प्री ऑफ स्पेन 2024 में विनेश फोगाट ने महिलाओं की 50 किग्रा कुश्ती स्पर्धा में शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक जीत लिया. विनेश फोगाट ने फाइनल में मारिया टियुमेरेकोवा को 10-5 से हराकर गोल्ड अपने नाम किया।
पीवी सिंधु
बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु हाल ही में हार के बावजूद मेडल की प्रबल दावेदार बनी हुई हैं। वह तीन मेडल्स के साथ भारत की सबसे सफल ओलंपियन बन सकती हैं।
निखत ज़रीन
दो बार की विश्व चैंपियन मुक्केबाज निखत ज़रीन ओलंपिक में पदार्पण कर रही हैं। पेरिस जाने से पहले वह फिलहाल जर्मनी में प्रशिक्षण ले रही हैं।
मीराबाई चानू
टोक्यो में सिल्वर मेडल जीतने वाली भारोत्तोलक मीराबाई चानू एनआईएस पटियाला में प्रशिक्षण ले रही हैं और खेलों से पहले फ्रांस की परिस्थितियों के अनुकूल खुद को ढालने की कोशिश कर रही हैं।
सिफ्त कौर समरा
एशियाई खेलों में गोल्ड मेडल जीतने वाली निशानेबाज सिफ्त कौर समरा महिलाओं की 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन स्पर्धा में भाग लेंगी।
लवलीना बोरगोहेन
मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन जिन्होंने हाल ही में एक टूर्नामेंट में सिल्वर मेडल जीता है। वह पेरिस जाने से पहले जर्मनी में प्रशिक्षण ले रही हैं।
पुरुष हॉकी टीम
हरमनप्रीत सिंह की अगुआई में पुरुष हॉकी टीम फिलहाल बेंगलुरु में ट्रेनिंग कर रही है। ओलंपिक से पहले स्विट्जरलैंड में टीम बॉन्डिंग कैंप होगा।
गोल्फर अदिति अशोक
गोल्फर अदिति अशोक तीसरी बार भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी और टोक्यो के अपने प्रदर्शन को दोहराने की उम्मीद कर रही हैं।
बैडमिंटन
बैडमिंटन जोड़ी सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी रैंकिंग में गिरावट के बाद शारीरिक और मानसिक कंडीशनिंग पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। उनका ध्यान ओलंपिक की तैयारी पर है ताकि वह भारत के लिए मेडल लाने में कामयाब हो सकें।