छत्तीसगढ़

जब मोहम्मद शमी आत्महत्या करना चाहते थे…,एक मैसेज और बदल गई उनकी जिंदगी

नईदिल्ली : मोहम्मद शमी ने अपने करियर में अपार सफलता प्राप्त की है, लेकिन सफलता के अलावा उन्होंने निजी जीवन में भी बहुत कुछ झेला है. मैच फिक्सिंग के आरोपों से लेकर वाइफ हसीन जहां के तलाक की नौबत आने जैसी चीजों ने उन्हें अंदर तक झकझोर कर रख दिया था. भारत का यह तेज गेंदबाज पहले भी आत्महत्या के संबंध में बात कर चुका है, लेकिन उनके दोस्त उमेश कुमार ने शमी के साथ घटी उन घटनाओं का भी जिक्र किया है, जिनके बारे में आज तक किसी ने नहीं सुना था.

मोहम्मद शमी के दोस्त उमेश कुमार ने बताया, “पाकिस्तान के साथ मिलकर मैच फिक्सिंग के आरोपों ने उन्हें अंदर तक झकझोर कर रख दिया था. शमी ने कहा कि वो सबकुछ झेल सकते थे लेकिन देश के साथ गद्दारी के आरोप नहीं. उस कठिन दौर में वो मेरे घर पर ठहरे थे. ये करीब सुबह 4 बजे की बात है, मैं पानी पीने के लिए उठा और जब किचन की ओर जा रहा था तो पाया कि शमी बालकनी पर खड़े थे. हम बिल्डिंग के 19वें फ्लोर पर रह रहे थे. मैं समझ चुका था कि वहां क्या चल रहा है.”

उमेश कुमार ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि वो रात शायद शमी के जीवन की सबसे लंबी रात रही. कुछ दिनों बाद हम बात कर रहे थे तभी उन्हें फोन पर एक मैसेज आया कि मैच फिक्सिंग मामले की जांच कर रही समिति ने शमी को क्लीन चिट दे दी है. उस मैसेज ने उन्हें किसी वर्ल्ड कप जीतने से भी ज्यादा खुशी प्रदान की थी. खैर मौजूदा समय की बात करें तो शमी फिलहाल टखने की चोट से उबर रहे हैं.

शमी का जीवन मुसीबतों से भरा रहा है

मोहम्मद शमी ने साल 2014 में हसीन जहां से शादी रचाई थी और इस रिश्ते से उनका एक बेटा भी है. मगर वे नहीं जानते थे कि 4 साल बाद ही उनके निजी जीवन में तूफान आने वाला है. शमी पर घरेलू उत्पीड़न, हत्या की कोशिश और जहर देने जैसे गंभीर आरोप लगाए गए. शमी की मुसीबत तब अधिक बढ़ गई जब इस मामले में उनके परिवार के सदस्यों को भी घसीटा गया. वहीं जिस मैच फिक्सिंग मामले की बात उमेश कुमार ने अपने बयान में की, वे आरोप भी हसीन जहां ने लगाए थे. सौभाग्य से जांच में भारतीय क्रिकेटर को आरोप मुक्त करार दिया गया था.