राजनांदगांव। मेडिकल कॉलेज की छात्रा ने अपने हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। छात्रा मेडिकल कॉलेज में तीसरे वर्ष की पढ़ाई कर रही थी। गुरुवार से ही उनके टर्मिनल एग्जाम शुरू हुए थे। लेकिन जब वह एग्जाम देने नहीं पहुंची, तो परीक्षा के बाद उसके सहपाठी रूम में गए। तब छात्रा फंदे पर लटकी गई थी। 23 वर्षीय केसर गोदारा राजस्थान के बीकानेर जिले की रहने वाली थी। जो मेडिकल कॉलेज में थर्ड इयर की स्टूडेंट्स थी।
सुबह करीब 6 बजे उसने अपने वाट्सएप ग्रुप में दोस्तों को गुड मॉर्निंग मैसेज किया। सुबह 10 बजे से टर्मिनल एग्जाम होने थे, सभी साथी स्टूडेंट्स एग्जाम देने पहुंचे। लेकिन केसर एग्जाम हाल नहीं गई। परीक्षा खत्म होने के बाद केसर के दोस्त उसके रुम में पहुंचे। तब उन्होंने देखा कि केसर फांसी के फंदे पर लटकी हुई है। इसकी जानकारी मेडिकल कॉलेज प्रशासन को दी गई। जहां से पुलिस सूचना दी गई। केसर गोदारा अपने कमरे में अकेले ही रहती थी।
इस मेडिकल कॉलेज में दो साल में दूसरी मेडिकल स्टूडेंट ने सुसाइड किया है। दो साल पहले इंटर्नशिप पूरा कर चुके जूनियर डॉक्टर प्रसून भारद्वाज ने हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इसके बाद केसर गोदारा ने ऐसा कदम उठाया है। केसर के साथी स्टूडेंट्स का कहना है कि मानसिक तनाव की वजह से उसने ऐसा कदम उठाया है।