छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ : हाथी से बचने के लिए महिला लकड़ी की सीढ़ी से छत पर चढ़ रही थी, गिरने से हुई मौत

अंबिकापुर। मैनपाट का कण्डराजा हाथियों से प्रभावित है।पूर्व के वर्षों में यहां निवासरत कोरवाओं की बस्ती को हाथियों ने तहस-नहस कर दिया था। प्रशासन ने पहल करते हुए हाथी प्रभावितों के लिए बस्ती के पास पक्के मकान बनाए थे। इसके लिए आवास योजना के तहत मिली राशि का उपयोग किया गया था। उस दौरान एक चूक हो गई थी। पक्के मकानों के छत पर चढ़ने सीढ़ी नहीं बनाई गई थी।

आज के समय में गांव वाले छत पर चढ़ने के लिए बांस व लकड़ी की सीढ़ी का उपयोग करते है। हाथियों का दल शनिवार की रात गांव के करीब पहुंचा था। हाथी प्रभावित कालोनी के रहवासियों में अफरातफरी मच गई थी। लोग जान बचाने सीढ़ी लगा मकानों के छत पर चढ़ने लगे। इधर हाथी लगातार बस्ती की ओर बढ़ रहे थेI

यह दल जब कालोनी के नजदीक पहुंचा तो सीढ़ी से छत पर चढ़ने जल्दबाजी में रिझो बाई माझी (45) का संतुलन बिगड़ गया। पैर फिसलने से वह नीचे गिर गई। उसे गंभीर चोट आई थी। बस्ती के लोग हाथियों की उपस्थिति होने से ग्रामीण रात के समय महिला को अस्पताल नहीं ले जा सके। हाथियों के जाने के बाद भोर में महिला को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मैनपाट ले जाया गया। यहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

अभी भी हाथी इसी बस्ती के नजदीक जंगल में विचरण कर रहा है। हाथियों के कारण कण्डराजा बस्ती में भय का माहौल है।हाथी प्रभावित मैनपाट में ग्रामीणों का जीवन बारिश के सीजन में कष्ट में बीत रहा है। जान बचाने की आपाधापी में ऐसी मौत की यह पहली घटना है।