छत्तीसगढ़

मेरे लिए अपशब्द कहे लेकिन मुझे माफी नहीं चाहिए, जब सदन में अनुराग ठाकुर पर बरसे राहुल; छिड़ी नई बहस

नईदिल्ली : लोकसभा में मानसून सत्र के दौरान केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के बीच जाति जनगणना को लेकर तीखी बहस छिड़ गई। इस दौरान विपक्षी गठबंधन इंडिया के सांसदों ने सदन में सत्तारूढ़ गठबंधन के नेताओं पर निशाना साधा।

अनुराग ठाकुर का राहुल पर निशाना
इससे पहले अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को पता होना चाहिए कि एलओपी का मतलब लीडर ऑफ अपोजीशन (नेता प्रतिपक्ष) होता है, लीडर ऑफ प्रोपेगेंडा नहीं। लोकसभा में जाति जनगणना पर कांग्रेस के रुख पर सवाल उठाते हुए भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी को एक्सीडेंटल हिंदू बताते हुए कहा कि उनकी महाभारत को लेकर जानकारी भी ऐसी ही है। इस पर, कांग्रेस सदस्य लोकसभा में हंगामा करने लगे और वेल के समक्ष आ गए। इसके बाद अनुराग ठाकुर ने कहा, ‘मैंने कहा था कि जिन्हें जाति का पता नहीं, वे जाति जनगणना की बात करते हैं। मैंने किसी का नाम नहीं लिया था लेकिन, जवाब देने के लिए कौन खड़े हो गए।’ 

राहुल गांधी ने क्या कहा?
इसके बाद सदन में विपक्षी गठबंधन इंडिया के सदस्यों ने वेल में आकर शोर मचाना शुरू कर दिया। जिस समय यह हंगामा चल रहा था, उस समय सभापति की कुर्सी पर पीठासीन सभापति के रूप में जगदंबिका पाल बैठे थे। हंगामे के बीच जगदंबिका पाल ने राहुल गांधी को बोलने का मौका दिया। इसके बाद राहुल गांधी ने कहा, ‘सभापति महोदय, जो भी इस देश में दलितों, आदिवासियों और पिछड़ों की बात उठाता है, जो भी उनके लिए लड़ता है, उसे अपशब्द सुनने पड़ते हैं। मैं इन अपशब्दों को खुशी से स्वीकार करूंगा। जिस प्रकार महाभारत में अर्जुन का निशाना सिर्फ मछली की आंख पर था, उसी तरह मुझे जाति जनगणना दिख रही है और जाति जनगणना हम हर हाल में कराएंगे।’ इसके बाद राहुल ने सत्तारूढ़ दल से कहा, ‘आपको जितने अपशब्द कहने हैं, कह दीजिए। हम खुशी से स्वीकार करेंगे।’ राहुल गांधी ने आगे कहा, ‘अनुराग ठाकुर ने मेरे लिए अपशब्द कहे हैं मगर मैं उनकी तरफ से कोई माफी नहीं चाहता हूं, मुझे माफी की जरूरत नहीं है। मैं अपनी लड़ाई लड़ रहा हूं।’

सदन में किसी को भी किसी व्यक्ति की जाति पूछने का अधिकार नहीं’
इसके जवाब में जगदंबिका पाल ने कहा, ‘राहुल गांधी जी मैं इस समय कुर्सी पर बैठा हूं, अगर सदन में किसी के लिए अपशब्द कहे गए हैं, तो मैं इस मामले को देखूंगा।’ कार्यवाही की अध्यक्षता कर रहे जगदंबिका पाल ने अनुराग ठाकुर की जाति संबंधी टिप्पणी को कार्यवाही से हटाने का निर्देश दिया। उधर, सपा नेता अखिलेश यादव ने भी ठाकुर के बयान पर सवाल उठाए और कहा कि आप किसी की जाति कैसे पूछ सकते हैं? इस पर अध्यक्षता कर रहे जगदंबिका पाल ने कहा, सदन में किसी को भी किसी व्यक्ति की जाति पूछने का अधिकार नहीं है।

ठाकुर का सवाल- घोटालों का हलवा किसने किसने खाया?
बजट हलवा समारोह पर राहुल की टिप्पणी के जवाब में ठाकुर ने बोफोर्स, सीडब्ल्यूजी, 2जी, चारा, यूरिया, कोयला, जीप और नेशनल हेराल्ड सहित कई घोटालों का जिक्र किया। उन्होंने पूछा, घोटालों का हलवा किसने खाया और आश्चर्य जताया कि यह मीठा था या फीका। जब उन्होंने विभिन्न घोटालों का जिक्र किया तो सत्ता पक्ष के सदस्यों ने ‘कांग्रेस-कांग्रेस’ के नारे लगाए।

केंद्र सरकार पर ‘चक्रव्यूह’ वाले कटाक्ष के लिए नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर तीखा हमला करते हुए, भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा राहुल ने विपक्ष के नेता की अपनी स्थिति को ‘प्रचार के नेता’ के रूप में गलत तरीके से समझा है। उन्होंने कहा, कमल का एक पर्यायवाची शब्द राजीव (राहुल गांधी के पिता और पूर्व प्रधानमंत्री का नाम) है। ठाकुर ने पूछा, आपने कमल को हिंसा से जोड़ा, तो क्या इसका मतलब यह है कि आप राजीव को भी हिंसा से जोड़ते हैं? राहुल ने सोमवार को ‘चक्रव्यूह’ रूपक का इस्तेमाल करते हुए दावा किया कि चारों ओर भय का माहौल है और छह लोगों का एक समूह पूरे देश को ‘चक्रव्यूह’ में फंसा रहा है। उन्होंने कहा था कि ‘चक्रव्यूह’ को कमल (भाजपा का चुनाव चिह्न) की संरचना के समान होने के कारण ‘पद्मव्यूह’ भी कहा जाता है।

अंकल सैम लिखते हैं राहुल के भाषण- ठाकुर 
ठाकुर ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी के भाषण ‘अंकल सैम’ लिखते हैं। उनका इशारा सैम पित्रोदा की तरफ था। राहुल गांधी ‘कूल डूड’ बनने की कोशिश में भाषण देने के लिए ‘उधार की बुद्धि’ का इस्तेमाल कर रहे हैं। ठाकुर ने यह भी कहा कि रील नहीं बल्कि रियलटी ही एक असली राजनेता बनाती है।

पीएम मोदी ने अनुराग ठाकुर के भाषण को सोशल मीडिया पर पोस्ट किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अनुराग ठाकुर के लोकसभा में दिए भाषण का लिंक सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। उन्होंने इसमें लिखा कि हमारे युवा सांसद का यह भाषण जरूर सुनना चाहिए। इसमें तत्यों और हास्य के साथ इंडी गठबंधन की गंदी राजनीति को बेनकाब किया गया है।