नईदिल्ली : दो बार के ओलंपिक पदक विजेता भारत के स्टार भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि उन्हें महिला पहलवान विनेश फोगाट के योगदान को नहीं भूलना चाहिए। विनेश 50 किग्रा कुश्ती स्पर्धा के फाइनल में पहुंच गई थीं, लेकिन स्वर्ण पदक मुकाबले से पहले उनका वजन 100 ग्राम अधिक था जिस कारण उन्हें अयोग्य घोषित किया गया था। विनेश ने हालांकि खेल पंचाट से उन्हें रजत पदक देने की अपील की है।
पदक नहीं लाने पर लोग भूल जाते हैं
पेरिस ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाले नीरज ने कहा, हम सभी को पता है कि अगर विनेश को पदक मिलता है तो यह काफी अच्छा होगा। अगर यह स्थिति नहीं बनती तो वह जरूर पदक जीतने में सफल रहती। अगर हम पदक नहीं जीतते हैं तो लोग हमें कुछ समय तक याद रखते हैं और हमें चैंपियन कहते हैं, लेकिन पदक नहीं मिलने पर वह हमें भूल भी जाते हैं। मैं बस लोगों से कहना चाहता हूं कि विनेश ने देश के लिए क्या किया है, उसे हमें नहीं भूलना चाहिए।
भारत 2036 ओलंपिक की मेजबानी करने की योजना बना रहा है। इस पर नीरज ने कहा, अगर 2036 में ओलंपिक का आयोजन भारत में होता है तो इससे अच्छी बात क्या होगी। यह भारतीय खेल के लिए काफी अच्छा होगा। यह देखना सुखद है कि लोग हमारे मैच लाइव देख रहे हैं। सिर्फ हमारा मुकाबला देखने के लिए वे जल्दी उठते हैं और देर तक सोते हैं। यह एक संकेत है कि भारत खेल में परिवर्तन हो रहा है।
सीमा पर क्या हो रहा है, वो अलग मामला है
नीरज की मां ने पाकिस्तान के अरशद नदीम को भाला फेंक में स्वर्ण पदक जीतने पर बधाई दी थी और उनकी सराहना की थी। इस पर नीरज ने कहा, मां ने जो कुछ भी कहा, अपने दिल से कहा। हर देश के एथलीट के परिवार वाले उनकी जीत के लिए प्रार्थन करते हैं। खिलाड़ी के तौर पर भारत और पाकिस्तान हमेशा एक दूसरे के खिलाफ खेलते हैं, लेकिन सीमा पर क्या हो रहा है वो पूरी तरह अलग मामला है। हम चाहते हैं कि शांति हो, लेकिन यह हमारे हाथ में नहीं हैं।