अंबिकापुर। अंबिकापुर में सोमवार को ट्रक की टक्कर से कार सवार NTPC के कर्मचारी, उनकी पत्नी और बेटे की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि तेज रफ्तार कार बेकाबू होकर ट्रक में जा घुसी। इसके बाद ट्रक करीब एक किमी तक कार को घसीटता हुआ ले गया। हादसे में हादसा सीतापुर थाना क्षेत्र में हुआ है।
जानकारी के मुताबिक, ओडिशा के सुंदरगढ़ निवासी हरिनारायण शर्मा (58) NTPC सिंगरौली में कार्यरत थे। वे शाम करीब 5 बजे पत्नी चंदा शर्मा (58) और बेटे पियूष (32) के साथ कार में घर जा रहे थे। अभी वे NH-43 पर काराबेल के पास पहुंचे थे कि ट्रक से टक्कर हो गई।
कार चालक एवं दो सवारों का मौके पर मौत
गैस कटर से काटकर निकाले गए शव
बताया जा रहा है कि ट्रक रायगढ़ से अंबिकापुर की ओर आ रहा था। इसी दौरान तेज रफ्तार कार अनियंत्रित हो गई और ट्रक में सामने से जा घुसी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार के परखचे उड़ गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने गैस कटर से काटकर शवों को बाहर निकाला।
एयर बैग खुले, लेकिन नहीं बची जान
प्रत्यदर्शियों ने बताया कि कार तेज रफ्तार में गलत दिशा में चली गई। इसके चलते हादसा हुआ। टक्कर के बाद कार में सामने के दोनों एयरबैग खुल गए थे, फिर भी किसी की जान नहीं बच सकी। हादसे के बाद चालक ट्रक छोड़कर भाग निकला। पुलिस ने ट्रक जब्त कर तीनों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए मॉर्च्युरी में रखवा दिया है।
हादसे से जुड़ी 5 तस्वीरें देखिए…
ट्रक से हुई टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार के परखचे उड़ गए। कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुई है।
हादसे में कार सवार तीनों लोगों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि कार NTPC कर्मचारी का बेटा चला रहा था।
टक्कर से कार की स्थिति ऐसी हो गई कि शव अंदर ही फंस एग। ऐसे में ट्रक से खींचकर कार के दरवाजे को सीधा करने का पहले प्रयास किया गया।
जब शवों को निकालने के लिए रास्ता नहीं बना तो मैकेनिक बुलाया गया और गैस कटर से कार के हिस्से को काटकर तीनों शव निकाले गए।
पुलिस ने क्रेन की मदद से कार को सड़क के किनारे करवाया, फिर उसे थाना कैंपस में रखवाया गया है।
दिन में दूसरा हादसा
नेशनल हाइवे-43 पर आज का यह दूसरा बड़ा हादसा है। सुबह मजदूरों को लेकर जा रही तेज रफ्तार पिकअप बेकाबू होकर मिनी ट्रक से टकराते हुए बीच सड़क पर पलट गई थी। हादसे में 15 से अधिक मजदूर घायल हो गए थे। घायलों में दो को अंबिकापुर रेफर कर किया गया है। वहीं अन्य का उपचार सीतापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में किया जा रहा है।