छत्तीसगढ़

कोरबा: स.उ.मा. विद्यालय में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया 78वां स्वतंत्रता दिवस; मुख्य अतिथि शंकर टमकोरिया ने कहा-‘आप चाहें किसी भी क्षेत्र में जाएं, किंतु एक अच्छा नागरिक अवश्य बनें’

कोरबा। सरस्वती शिशु मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, सीतामढ़ी कोरबा में राष्ट्रीय पर्व 78वां स्वतंत्रता दिवस श्री शंकर लाल टमकोरिया, कोषाध्यक्ष के मुख्य आतिथ्य में एवं आशीष खेतान प्रबंधकारिणी सदस्य सरस्वती शिक्षा समिति, कोरबा की अध्यक्षता में गरिमामय वातावरण में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। विद्यालय के मुख्य द्वार पर अतिथियों का रोली तिलक से स्वागत किया गया। सर्वप्रथम माँ सरस्वती के मंदिर में अतिथिगणों ने पूजा अर्चना किया। अतिथि द्वय ने विद्यालय प्रांगण में ध्वजारोहण किया। व्याख्याता राजेन्द्र महंत एवं किशोर भारती अध्यक्ष सुदीप कश्यप ने अतिथियों एवं प्राचार्य का रोली तिलक से स्वागत किया। प्राचार्य विद्यानंद पांडेय ने अतिथि परिचय एवं स्वागत भाषण में बताया कि समाजसेवी के रूप में प्रतिष्ठित श्री टमकोरिया हमारे नित्य प्रति के मार्गदर्शक हैं तथा वर्तमान में सरस्वती शिक्षा समिति, कोरबा एवं संचालित विद्यालयों के कोषाध्यक्ष का दायित्व निर्वहन कर रहे हैं। श्री खेतान अपने समिति के सम्मानीय सदस्य हैं तथा प्रतिष्ठित सा.ए. हैं एवं अनेक समाज सेवी संस्थाओं से जुडक़र समाज सेवा के क्षेत्र में भी अपनी सेवा दे रहे हैं। इस अवसर पर विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने देशभक्तिपूर्ण सामूहिक गीत एवं हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत तथा छत्तीसगढ़ी में देशभक्ति विचारों से ओत प्रोत प्रशंसनीय भाषण प्रस्तुत किए।
मुख्य अतिथि ने अपने उद्बोधन में कहा कि हम केवल व्यक्ति नहीं हैं, बल्कि हम एक महान समुदाय का हिस्सा हैं। हमारा देश दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के नागरिकों का समुदाय है। आज हमारा देश विज्ञान, खगोल विज्ञान, कृषि, चिकित्सा एवं कला के क्षेत्र में बड़ी ऊंचाईयों को छू रहा है। वैज्ञानिक तकनीकी के कारण आज भारत चन्द्रमा और मंगल तक का सफर तय कर चुका है। अब सूर्य के सफर में भी चल पड़ा है। आज आर्थिक क्षेत्र में हमारा देश विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी शक्ति है। हालांकि कोरोना महामारी ने देश को एक बार फिर पीछे ढकेलने का काम किया है, ऐसे में अभी महंगाई व बेरोजगारी जैसी समस्या पर काम किया जाना है। देश की अखण्डता बनी रही तो सीमा सुरक्षा के मुद्दे भारत को और मजबूत व शक्तिशाली बनाने का कार्य करेंगे। आज हमें देश का अच्छा नागरिक बनकर देश की सेवा करनी है। आप चाहें किसी भी क्षेत्र में आगे बढ़ें, किंतु एक अच्छा नागरिक अवश्य बनें तभी देश प्रगति कर सकेगा।
आगे अध्यक्षीय भाषण में आशीष खेतान ने कहा कि प्रथम गुरू हमारे माता पिता हैं उसके बाद जो हमें शिक्षा प्रदान करते हैं वे हमारे गुरू हैं। फिर जीवन में जिन-जिन से सीख मिलती है वे भी गुरू ही हैं और हमें अच्छी बातें जहां से भी मिले सीखनी चाहिए। आज हम आजाद अवश्य हैं किंतु पाश्चात्य संस्कृति एवं मोबाईल के गुलाम हैं। हमें इससे आजादी चाहिए। हम इन्हें अपना गुलाम बनावें व शिक्षा, देश व समाज के विकास में इनका उपयोग करें। आप लोगों का सौभाग्य है कि भारत भूमि में जन्म एवं सरस्वती शिशु मंदिर में अध्ययन का अवसर मिला है। आप यहां से शिक्षा प्राप्त कर एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में अपने कर्तव्य का निर्वहन करें।
इस अवसर पर 10वीं एवं 12वीं परीक्षा 2024 में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त विद्यार्थियों को मुख्य अतिथि श्री टमकोरिया के कर कमलों से स्मृति चिन्ह से पुरस्कृत किया गया। राजेंद्र देवांगन व्याख्याता ने सभी अतिथियों व आगंतुकों के प्रति आभार ज्ञापित किया। कार्यक्रम का सफल संचालन ग्रेसी सिंह (12वीं गणित) ने किया। शांति पाठ के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।