छत्तीसगढ़

चंपई के झामुमो छोड़ने को लेकर भड़के संजय राउत, बोले- बीजेपी को झारखंड- महाराष्ट्र में हार का डर सता रहा

मुंबई : शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत झारखंड के पूर्व सीएम चंपई के झामुमो छोड़ने को लेकर भड़के। उन्होंने कहा कि भाजपा ने महाराष्ट्र और झारखंड में चुनाव आगे बढ़वाए हैं। उनको हार का डर सता रहा है। भाजपा झारखंड में हेमंत सोरेन को सीएम पद से हटाना चाहती है। पार्टी को तोड़ना चाहती है। उनका उद्देश्य झारखंड में अस्थिरता लाना है। चंपई सोरेन ने बैठक के बाद जो कुछ भी कहा उससे सब साफ है। चुनाव इसलिए टाले गए हैं क्योंकि भाजपा को वक्त चाहिए।

उन्होंने कहा कि भाजपा की हार तो हो रही है, यह वो जानती है। इसलिए चुनाव से पहले वक्त लेकर ठेकेदारों, सरकारी संस्थानों में लूट करना चाहती है। चुनाव आयोग भी संविधान के खिलाफ और दबाव में काम कर रहा है। लेकिन भाजपा सफल नहीं हो पाएगी।

वहीं चंपई सोरेन मामले को लेकर झारखंड के मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि यह जेएमएम का आंतरिक मामला है। हेमंत सोरेन अच्छे सीएम हैं और सरकार अच्छे से चला रहे हैं। वह राजनीति की बारीकियां समझते हैं यह उनका आंतरिक मामला है।

वहीं झारखंड कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने कहा कि चंपई सोरेन को लेकर सब अफवाहें और अटकलें हैं। वह अपनी बेटी से मिलने के लिए निजी यात्रा पर दिल्ली आए थे। वह झामुमो और गठबंधन के समर्पित नेता हैं। गठबंधन ने हमेशा उनका सम्मान किया है। वह इस सम्मान और अपनी पार्टी को छोड़कर कहीं नहीं जाने वाले हैं। यह सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी और आगे भी हम सरकार बनाएंगे। हमारी कल्याणकारी योजनाओं से भाजपा घबरा गई है।

दरअसल, चंपई सोरेन ने रविवार को अपना दर्द साझा करते हुए कहा था कि लगातार अपमान और तिरस्कार के बाद उनके सामने राजनीति से संन्यास लेने, अपना संगठन खड़ा करने या नए साथी के साथ सफर करने का विकल्प बचा था। मेरे लिए विधानसभा चुनाव तक के सफर के लिए विकल्प खुले हुए हैं। अपमान और तिरस्कार के कारण मैं वैकल्पिक राह तलाशने के लिए मजबूर हो गया। आज से मेरे जीवन का नया अध्याय शुरू होने जा रहा है। 

गौरतलब है कि चंपई रविवार को कोलकाता के रास्ते दिल्ली पहुंचे। कोलकाता में उन्होंने विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी से मुलाकात की। इसके बाद देर शाम सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से झामुमो नेतृत्व पर तीखा हमला बोला। पार्टी सूत्रों का कहना है कि चंपई तीन विधायकों के साथ विधिवत रूप से भाजपा में शामिल होंगे।