रायपुर। प्रति वर्षानुसार दो दिवसीय अमावस्या मेला, राणी सती मंदिर राजा तालाब रायपुर में बड़े ही धूम-धाम से मनाया जा रहा है।
मंदिर समिति के अध्यक्ष श्री किशोर ड्रोलिया ने बताया की:-
दिनांक 02 सितम्बर 2024 सोमवार को सुबह 11:00 बजे दादी जी का पंचामृत स्नान, ध्यान, आलोकिक श्रृंगार किया गया। पूरे मंदिर परिसर को कलकत्ता से आये कारीगरों द्वारा राजस्थानी, चीड़, फूल-पत्ती, फल- मेवा से सजाया गया है।
आज इन दो परिवारों द्वारा माई का पंचामृत स्नान ध्यान कराया गया।
आज इन दोनों परिवारों द्वारा माई को पोशाक अर्पित किया गया।
दादी के लाडो द्वारा माई के चरणों एवं हाथों पर मेहंदी लगाई गई।
दादीजी का जागरण आज रात्रि 09:00 बजे से श्रृंगार दर्शन एवं मंदिर परिसर में विराजमान भगवान श्री गणेश जी, शंकर भगवान हनुमान जी एवं दादी जी के आहवान के साथ रात्रि 08:30 बजे ज्योति पूजन एवं सवामणी का भोग लगाया जाएगा। रात्रि 09:00 बजे से कलकत्ता से आये कलाकार भजन गायन करेंगे। रात्रि 01:00 बजे छप्पन भोग का प्रसाद वितरण होगा। पुनः रात्रि 01:30 बजे आमंत्रित कलाकारों के साथ सभी भक्तों एवं बाहर से आये हुए श्रध्दालुओं द्वारा भजनों का आनंद लिया जाएगा और गरबा रास डांडिया की प्रस्तुति मंगला आरती सुबह 04:00 बजे तक होगी।
मंदिर समिति के प्रचार प्रसार प्रभारी कैलाश अग्रवाल ने बताया कि अगले दिन दिनांक 03 सितम्बर 2024 मंगलवार को प्रातः 07:00 बजे जात-धोक पूजा की जाएगी। दोपहर 02:00 बजे से दादी जी का मंगल पाठ एवं शाम 05:00 बजे से आमंत्रित भजन गायकों द्वारा पुनः भजन की प्रस्तुति रात्रि 9:30 बजे तक और समापन रात्रि 9:30 बजे महाआरती के बाद छप्पन भोग के प्रसाद वितरण के साथ किया जाएगा।
दो दिवसीय अमावस्या मेले में छत्तीसगढ़ राज्य सहित अन्य पड़ोसी राज्यों के श्रध्दालु भी बहुतायत संख्या में सम्मिलित होंगे। प्रांत के बाहर से आये हुए भक्तों के ठहरने एवं भोजन की व्यवस्था मंदिर समिति द्वारा निःशुल्क की गई है।