छत्तीसगढ़

बीजेपी बोली- विदेश में संवेदनशील मुद्दों पर बोलकर खतरनाक विमर्श गढ़ रहे राहुल; कांग्रेस ने किया पलटवार

नईदिल्ली : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अमेरिका में सिख समुदाय के बारे में राहुल गांधी की टिप्पणी को लेकर उन पर निशाना साधा। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने यहां भाजपा मुख्यालय में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि राहुल की टिप्पणी भयावह है, क्योंकि उन्होंने अपनी रोटियां सेकने के लिए विदेशों में रह रहे सिख समुदाय के सदस्यों के बीच झूठ फैलाने की कोशिश की। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष विदेश में ‘संवेदनशील मुद्दों’ पर बोलकर ‘खतरनाक विमर्श’ गढ़ने का प्रयास कर रहे हैं।

कांग्रेस ने अमेरिका में राहुल गांधी की टिप्पणियों को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के हमले पर पलटवार करते हुए मंगलवार को कहा कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष के सच बोलने से भाजपा का पूरा तंत्र घबराया और लड़खड़ाया हुआ है। कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा कि जब हम सवाल देश में पूछते हैं, तो तब भी पूरा विश्व सुनता है, जब प्रधानमंत्री अटपटी बातें करते हैं, जब मन की बात करते हैं, जब कपड़ों से पहचानने की बात करते हैं, जब हिंदू-मुसलमान कर रहे होते हैं, तब भी पूरा विश्व सुनता है। क्या भाजपा को इतनी समझ नहीं है। खेड़ा ने कहा कि भाजपा हिजाब का विरोध करती है और आज हिजाब की बात है तो कल यह बात सिखों की पगड़ी तक पहुंच सकती है।

पहले जानिए हरदीप पुरी ने क्या कहा?
सिख समुदाय से ताल्लुक रखने वाले भाजपा नेता पुरी ने कहा कि सिखों के पगड़ी और कड़ा पहनने के बारे में राहुल की टिप्पणी की मैं कड़े शब्दों में निंदा करता हूं। कांग्रेस के शासनकाल में हुए 1984 के सिख विरोधी दंगों का जिक्र करते हुए पुरी ने कहा कि हमारे इतिहास में अगर कोई समय रहा है, जब एक समुदाय के रूप में हमने चिंता, असुरक्षा की भावना और अस्तित्व के खतरे को महसूस किया है तो यह ऐसा समय था जब राहुल गांधी का परिवार सत्ता में था।

उन्होंने कहा कि वर्ष 1984 में सिख समुदाय के खिलाफ नरसंहार किया गया था। 3,000 निर्दोष लोग मारे गए। लोगों को घसीटकर उनके घरों से बाहर निकाला गया, उनके गले में टायर डालकर जिंदा जला दिया गया। कांग्रेस नेता पर निशाना साधते हुए पुरी ने कहा कि राहुल गांधी हाल में संवेदनशील मुद्दों पर बयान देते रहे हैं, जिसमें राष्ट्रीय पहचान, एकता और विविधता शामिल है। मुझे लगता है कि वह एक नए प्रकार का विमर्श गढ़ने की कोशिश कर रहे हैं, जो मुझे लगता है कि खतरनाक है।

पुरी ने कहा कि राहुल गांधी मेरे समुदाय के उन लोगों के सामने झूठी कहानी फैलाने की कोशिश कर रहे हैं जो कड़ी मेहनत तथा ईमानदारी से अमेरिका में आजीविका कमाने की कोशिश कर रहे हैं। मोदी सरकार ने सिख समुदाय से जुड़े मुद्दों के समाधान के लिए लीक से हटकर काम किया है। मुझे नहीं लगता कि सिख 1947 के बाद हमारे इतिहास के किसी भी कालखंड में इतना सुरक्षित और अधिक सम्मानित महसूस करते थे जैसा कि वे आज कर रहे हैं। पिछले 10 वर्षों में, हर बार जब प्रधानमंत्री मोदी गुरुद्वारे जाते हैं, तो वह पगड़ी पहनते हैं।

सैम पित्रोदा के ‘पप्पू’ वाले बयान पर कसा तंज
पुरी ने सैम पित्रोदा के ‘पप्पू’ वाले बयान पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता ने पता नहीं क्यों उन्होंने ऐसा कहा। वे पप्पू हैं या गप्पू हैं? मैं इस पर कुछ नहीं कहना चाहूंगा। दरअसल, सैम पित्रोदा ने अपने बयान में कहा था कि राहुल गांधी के पास एक ऐसा दृष्टिकोण है, जो भाजपा की तरफ से करोड़ों रुपये खर्च करके प्रचारित किए जाने वाले दृष्टिकोण से बिलकुल अलग है। मैं आपको बता दूं कि वह कोई पप्पू नहीं हैं। वह उच्च शिक्षित, पढ़े-लिखे, किसी भी विषय पर गहरी सोच रखने वाले रणनीतिकार हैं और कभी-कभी उन्हें समझना बहुत आसान नहीं होता।

राहुल ने क्या कहा था?
वाशिंगटन के वर्जीनिया उपनगर में हर्नडॉन में भारतीय अमेरिकी समुदाय के सैकड़ों लोगों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) कुछ धर्मों, भाषाओं और समुदायों को अन्य की तुलना में कमतर मानता है। उन्होंने कहा कि भारत में राजनीति के लिए नहीं, बल्कि इसी बात की लड़ाई लड़ी जा रही है। उन्होंने कहा कि सबसे पहले आपको यह समझना होगा कि लड़ाई किस बारे में है। लड़ाई राजनीति के बारे में नहीं है। राहुल ने दर्शकों के बीच बैठे एक सिख व्यक्ति से पूछा कि मेरे पगड़ीधारी भाई आपका क्या नाम है। कांग्रेस नेता ने कहा कि लड़ाई इस बात की है कि क्या एक सिख को भारत में पगड़ी या कड़ा पहनने का अधिकार है या नहीं। या एक सिख के रूप में वह गुरुद्वारा जा सकते हैं या नहीं। लड़ाई इसी बात के लिए है और यह सिर्फ उनके लिए ही नहीं, बल्कि सभी धर्मों के लिए है।