छत्तीसगढ़

अरविंद केजरीवाल ने आपदा को ही बना लिया अवसर? दिल्ली में जल्द चुनाव के पीछे है यह मास्टरप्लान!

नईदिल्ली : जमानत पर जेल से बाहर आने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया. उन्होंने कहा कि वो इस्तीफा इस वजह से दे रहे हैं क्योंकि उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं. इस दौरान उन्होंने साफ किया कि मनीष सिसोदिया भी मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे.

उनके इस बयान के बाद दिल्ली में सियासी पारा बढ़ा हुआ है. वहीं, राजनीतिक विशेषज्ञों की मानें तो दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले ही अरविंद केजरीवाल ने अपना एजेंडा सेट कर दिया है.

राजनीतिक विशेषज्ञों ने रखी अपनी राय

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के ऐलान के बाद वरिष्ठ पत्रकार अभय दुबे ने कहा, “अभी तक माना जाता था कि आम आदमी पार्टी को सिर्फ दो ही लोग चला रहे हैं. लेकिन जिस दौर से वो गुजर रहे हैं, उसमें उन्होंने एक असाधारण कदम उठाया है. आम आदमी पार्टी में दिल्ली में सीएम पद के लिए राजनीती नए तरीके से करेगी.”

पूर्व संपादक रामकृपाल सिंह ने कहा, “अरविंद केजरीवाल ईमानदारी का उदाहरण दे रहे हैं. लेकिन जो परिस्थितियां थीं और जैसे वो रिहा हुए हैं, उन्होंने आपदा में अवसर ढूंढ लिया है. अगले साल फरवरी में चुनाव होने हैं. उन्होंने अभी से चुनाव का एजेंडा सेट कर दिया है. उन्हें भी पता है कि चुनाव से पहले फैसला आने वाला नहीं है. उन्हें मालूम है कि अगर पार्टी जीत जाती है तो मुख्यमंत्री बनने की रेस में सबसे आगे होंगे.”

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने किया इस्तीफे का ऐलान

इससे पहले आम आदमी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, “मैं 2 दिन बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने जा रहा हूं. जब तक जनता अपना फैसला नहीं दे देती, मैं मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा. मैं हर घर और गली में जाऊंगा और जब तक जनता का फैसला नहीं मिल जाता, तब तक मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा.”

बीजेपी पर साधा निशाना 

बीजेपी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा,”इन्होंने(भाजपा) एक और नया फॉर्मूला बनाया है जहां जहां ये चुनाव हारे वहां-वहां के मुख्यमंत्री पर फर्जी केस करके गिरफ्तार कर लो और उसकी सरकार गिरा दो. इन्होंने सिद्धारमैया, पिनाराई विजयन, ममता दीदी पर केस कर रखें हैं. ये एक विपक्ष के मुख्यमंत्री को नहीं छोड़ते सभी पर फर्जी केस करके जेल में डालते हैं और सरकार गिरा देते हैं.”