वाशिंगटन: रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प के फ्लोरिडा स्थित गोल्फ क्लब के बाहर रविवार दोपहर गोलीबारी हुई। चुनावी अभियान की कमान संभालने वाले संचार निदेशक स्टीवन चेउंग ने कहा कि ट्रम्प सुरक्षित हैं। गोलीबारी किसने की अभी इस बारे में विस्तृत जानकारी सामने नहीं आई है। इससे पहले 13 जुलाई को पेंसिल्वेनिया में चुनावी रैली के दौरान ट्रंप पर गोली चलाई गई थी। उस दौरन गोली उनके कान को छूते हुई निकली थी।
जांच में जुटी सीक्रेट सर्विस
रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि ये गोलीबारी तब हुई जब ट्रम्प फ्लोरिडा के वेस्ट पाम बीच में अपने गोल्फ कोर्स में गोल्फ खेल रहे थे। ये जगह उनके मार-ए-लागो निवास से ज्यादा दूर नहीं है। यह भी कहा जा रहा है कि कोर्स के पास हो रहे विवाद में दो लोगों के बीच गोलीबारी हुई। हालांकि यह साफ नहीं है कि गोलीबारी किसने की और न ही इस बात की कोई पुष्टि है कि ट्रंप को निशाना बनाया गया था। सीक्रेट सर्विस के संचार प्रमुख एंथोनी गुग्लिल्मी ने भी इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने एक्स पर पोस्ट में कहा कि सीक्रेट सर्विस, पाम बीच काउंटी शेरिफ कार्यालय के साथ मिलकर इस घटना की जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति सुरक्षित हैं। घटना के बारे में अधिक जानकारी जल्द ही दी जाएगी।
घटनास्थल पर मिली एके-47, संदिग्ध पकड़ा गया
वहीं, डोनाल्ड ट्रंप के बेटे डोनाल्ड ट्रंप जूनियर ने एक्स पर पोस्ट कर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि फ्लोरिडा के वेस्ट पाम बीच में ट्रम्प गोल्फ कोर्स में गोलीबारी हुई। स्थानीय कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने इस बारे में जानकारी दी कि घटनास्थल पर झाड़ियों में एक AK-47 पाई गई है। वहीं, ट्रम्प अभियान ने अपने बयान में बताया कि पूर्व राष्ट्रपति ट्रम्प सुरक्षित हैं। कथित तौर पर एक संदिग्ध को पकड़ लिया गया है।
अमेरिका में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं-कमला हैरिस
वहीं, राष्ट्रपति के चुनाव में उनकी प्रतिद्वंदी कमला हैरिस ने इस घटना की निंदा की है। उन्होंने कहा कि मुझे फ्लोरिडा में पूर्व राष्ट्रपति ट्रम्प और उनके गोल्फ कोर्स के पास गोलीबारी की खबरों के बारे में जानकारी दी गई है। मुझे खुशी है कि वह सुरक्षित हैं। अमेरिका में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है।
जुलाई में ट्रंप को बनाया गया था निशाना
इससे पहले, पेंसिलवेनिया में 14 जुलाई को ट्रंप की रैली के दौरान हुई गोलीबारी हुई थी। इस घटना में एक व्यक्ति की जान गई थी, वहीं दो अन्य लोग घायल हुए थे। हमलावर की पहचान 20 साल के थॉमस मैथ्यू क्रुक्स के रूप में हुई थी, जिसे हमले के तुरंत बाद सीक्रेट सर्विस स्नाइपर्स ने ढेर कर दिया था। हमले में ट्रंप बाल-बाल बच गए थे और गोली उनके कान को छूकर निकल गई।