नईदिल्ली : भारत और कनाडा के बीच एक बार फिर तनाव बढ़ता दिख रहा है. दरअसल, कनाडा सिक्योरिटी इंटेलिजेंस सर्विस (CSIS) का कहना है कि चीन और भारत अवैध फंडिंग और दुष्प्रचार अभियान चलाकर उनके देश के प्रवासी समुदायों को प्रभावित करते हैं. सीएसआईएस ने अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया है कि भारत ने कनाडा की अंदरूनी राजनीति में भी हस्तक्षेप किया है. वह फंडिंग और अन्य मदद करके अपनी पसंद के नेताओं को कनाडा की संसद तक पहुंचाने की कोशिश कर रहा है.
इस रिपोर्ट में ये भी दावा किया गया है कि भारत सरकार कनाडा के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप करने और खालिस्तान आंदोलन के लिए समर्थन को कमजोर करने की कोशिश में बड़ी भूमिका निभा रही है. द ग्लोबल एंड मेल के मुताबिक, भारत पर कई आरोप लगाने वाली इस रिपोर्ट को सीएसआईएस ने ‘कंट्री समरीज’ नाम दिया है.
‘नामांकन प्रक्रिया से शुरू होता है दखल का खेल’
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत सरकार अपनी पसंद के उम्मीदवारों को मदद करती है, इसमें नामांकन प्रक्रिया में हस्तक्षेप भी शामिल है. भारत सरकार यहीं से दखल की शुरुआत करती है. कनाडा की मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यह खुलासा सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों और संघीय विभागों से मिली जानकारी के आधार पर किया गया है.
कनाडा के पीएम ने पिछले साल लगाया था ये आरोप
बता दें कि भारत और कनाडा के रिश्तों में दरार पिछले साल से पड़ने लगी थी. तब 18 सितंबर 2023 को कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कनाडा की संसद में कहा था कि खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत की खुफिया एजेंसी का हाथ है. उन्होंने कहा था, “कनाडाई सुरक्षा एजेंसियां भारत सरकार के एजेंटों और कनाडाई नागरिक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बीच संभावित संबंध के विश्वसनीय आरोपों की सक्रियता से जांच कर रही हैं.” वहीं, इस बयान के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था. भारत ने कनाडा के इन आरोपों को खारिज कर दिया था.