नईदिल्ली : तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में मिलावट की खबरे सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है. साधु संतों पर ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है और आरोपियों पर सख़्त कार्रवाई की मांग की है. वहीं अयोध्या के तपस्वी छावनी के जगद्गुरु परमहंस आचार्य महाराज इस घटना को लेकर बुरी तरह भड़क गए हैं. उन्होंने चेतावनी दी है कि या तो केंद्र सरकार भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करे नहीं तो सौ करोड़ हिन्दू हथियार उठाने को मजबूर हो जाएंगे.
तिरुपति मंदिर के प्रसाद में मिलावट पर महंत परमहंस दास ने जमकर गुस्सा निकाला और कहा कि बंटवारे के बाद जो भारत बचा है उसे सरकार तत्काल हिन्दू राष्ट्र घोषित करे, नहीं तो अब सौ करोड़ हिन्दू हथियार उठाएगा. प्रसाद के नाम से गोमांस खिलाया जा रहा है.
महंत परमहंस दास ने दी चेतावनी
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को बहुमत जो मिला है वो बहुसंख्यक समाज का है. भारतीय संस्कृति की रक्षा के लिए हैं. गाय संपूर्ण विश्व की मां है. हमारी संस्कृति वैदिक संस्कृति है. महंत ने पूछा कि गोमांस लड्डू में कैसे मिल गया? अगर केंद्र सरकार इस पर सख्त नहीं हुई तो सौ करोड़ हिन्दू हथियार उठाएगा और भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाएगा.
महंत परमहंस दास ने कहा कि मैं बहुत दुखी हूं कि विश्व प्रसिद्ध बालाजी मंदिर के प्रसाद में गोमांस कैसे मिल गया? अभी तक इस पर क्या कार्रवाई हुई है? वहां से अयोध्या में भी एक लाख लड्डू आए थे रामलला के मंदिर में, जिन्हें साधु संतों को बाँटा गया. इसलिए केंद्र सरकार हिन्दुओं के हथियार उठाने से पहले हिन्दुओं को न्याय दे दे.
बता दें कि आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर में मिलने वाले लड्डुओं के प्रसाद में मिलावट होने का दावा किया गया है. लैब टेस्ट रिपोर्ट में प्रसाद में जानवरों की चर्बी और मछली का तेल मिले होने की बात सामने आई है. जिसके बाद देश की सियासत गरमा गई है. वहीं दूसरी तरफ साधु संतों में भी इसे लेकर खासी नाराजगी देखने को मिल रहा है. दावा ये भी है कि अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के समय भी तिरुपति ट्रस्ट की ओर से तीन टन लड्डू भेजे गए थे. जिन्हें श्रद्धालुओं में वितरित किया गया था.