छत्तीसगढ़

कोलकाता रेप मर्डर केस: सीबीआई की अब संदीप घोष के करीबियों पर नजर, 3 डॉक्टरों से की पूछताछ

कोलकाता : कोलकाता रेप केस मामले में सीबीआई की नजर अब आरजी कर के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के करीबियों पर है. सीबीआई लगातार इस मामले में पूछताछ कर रही है. शनिवार को भी पूछताछ का सिलसिला जारी है. इस बीच, सीबीआई के अधिकारियों ने आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्राचार्य संदीप घोष के कथित करीबी बिरुपक्ष बिस्वास से पूछताछ की है. कोलकाता रेप केस विवाद के बाद बिरुपक्ष बिस्वास को बर्दवान मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल से दक्षिण 24 परगना जिले के सुदूर काकद्वीप अस्पताल में तबादला कर दिया ग:या था.

सीबीआई ने शनिवार को आरजी कर के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के पूर्व सहयोगी बिरुपक्ष बिस्वास अन्य चिकित्सकों- अविक डे, रंजीत साहा और सौरभ पॉल से पूछताछ की.बता दें कि इस मामले में सीबीाई ने अब तक करीब 100 से अधिक लोगों से पूछताछ कर चुकी है. नौ अगस्त को लेडी डॉक्टर की मौत के बाद इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें सिविक वॉलेंटियर संजय रॉय, आरजी कर के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और टाला के पूर्व ओसी अभिजीत मंडल शामिल हैं.

संजय रॉय पर पीड़िता के साथ रेप कर मर्डर करने का आरोप है, जबकि संदीप घोष और अभिजीत मंडल पर साजिश करने, तथ्यों को छिपाने और मामले दायर करने में देरी करने का आरोप है.

43 दिनों के बाद काम पर लौटे डॉक्टर्स

दूसरी ओर, कोलकाता रेप और मर्डर केस मामले के 43 दिनों के बाद आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल सामान्य स्थिति में लौट आया. शनिवार की सुबह से जूनियर डॉक्टर काम पर लौट आये. वादे के मुताबिक डॉक्टरों ने आपातकालीन विभाग में काम करना शुरू कर दिया. हालांकि, सीनियक डॉक्टर अभी भी मरीजों को आउटडोर में देख रहे हैं. जूनियर डॉक्टरों ने बिरुपक्ष बिस्वास कहा है कि अगर राज्य सरकार कुछ शर्तें मान ले तो वे आउटडोर काम पर लौट आएंगे.

बता दें कि नौ अगस्त को आरजी कर की महिला डॉक्टर का शव सेमिनार हॉल से बरामद किया गया. कथित तौर पर, युवा डॉक्टर के साथ बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई. इस घटना में न्याय की मांग को लेकर जूनियर डॉक्टरों ने हड़ताल शुरू कर दी. पहली बार खुद मुख्यमंत्री और दूसरी बार मुख्य सचिव से मुलाकात के बाद आंदोलनकारियों ने शनिवार से हड़ताल करने का फैसला वापस ले लिया.

दोषी को जल्द सजा देने की मांग कर रहे हैं डॉक्टर्स

इससे पहले शुक्रवार को जूनियर डॉक्टरों के संगठन ने स्वास्थ्य भवन से सीजीओ कॉम्प्लेक्स तक करीब साढ़े तीन किलोमीटर तक जुलूस निकाला. राज्य के युवा डॉक्टरों ने साफ कर दिया कि केंद्रीय जांच एजेंसी आरजी में हत्या और बलात्कार के मामले को लंबा नहीं खींच सकती है. जल्द से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करे. असली हत्यारे की पहचान होनी चाहिए.