बेंगलुरु : बेंगलुरु में महालक्ष्मी नाम की महिला की हुई हत्या को लेकर अब परत दर परत राज खुल रहे हैं. इस मर्डर केस का मुख्य संदिग्ध मुक्तिरंजन रॉय से ओडिशा के भद्रक जिले में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. भद्रक के पुलिस अधीक्षक वरुण गुंटुपल्ली ने बताया कि आरोपी भुईनपुर गांव का रहने वाला था और पुलिस ने घटनास्थल से एक डायरी भी बरामद की है जिसमें मुक्तिरंजन ने महिला के मर्डर की बात को कबूल किया है.
प्रेमिका के शव के किए 50 टुकड़े
पुलिस को मिले सुसाइड नोट में मुक्तिरंजन ने लिखा कि उसने महालक्ष्मी की हत्या करने के बाद उसके शरीर के 50 से अधिक टुकड़े कर दिए थे. सुसाइड नोट का जिक्र करते हुए बेंगलुरु पुलिस ने बताया कि आरोपी मुक्तिरंजन प्रताप राय और महालक्ष्मी के बीच प्रेम संबंध था. पुलिस के अनुसार महालक्ष्मी कथित तौर पर मुक्तिरंजन पर शादी का दबाव बना रही थी, जिस वजह से अक्सर दोनों में झगड़ो होता था और इसलिए आरोपी ने उसकी हत्या कर दी.
दोनों में अक्सर होते थे झगड़े
पुलिस को मिले सुसाइड नोट में आरोपी मुक्तिरंजन रॉय ने लिखा, “मैं उसके (महालक्ष्मी) के व्यवहार से तंग जा चुका था. मैंने प्राइवेट चीजों को लेकर उससे झगड़ा किया और ये झगड़ो रोज होता था.” आरोपी ने लिखा कि महालाक्ष्मी ने उस पर हमला किया, उसके व्यवहार से गुस्सा होकर उसने महालक्ष्मी को मार डाला. पुलिस के मुताबिक मुक्तिरंजन रॉय ने अंग्रेजी और ओडिया भाषा में सुसाइड नोट लिखा था. आरोपी ने लिखा, महालक्ष्मी मुझे किडनैपिंग केस में फंसाने की धमकी देती थी. मैने काफी पैसा भी खर्च किया.
इससे पहले कर्नाटक सरकार ने बेंगलुरु मर्डर केस के आरोपी को पकड़ने और इस मामले को सुलझाने के लिए एक टीम को ओडिशा भेजा था. पुलिस ने वहां चार टीम भेजी थी. पुलिस के मुताबिक आरोपी बार-बार अपना जगह बदलकर भाग रहा था. बेंगलुरू में मल्लेश्वरम इलाके की एक इमारत में महालक्ष्मी की हत्या कर शव के 50 से अधिक टुकड़े किये गए, जो एक फ्रिज से बरामद हुआ था.