छत्तीसगढ़

कोलकाता रेप मर्डर केस: 51 दिन, 3 अरेस्ट; CBI जांच में अब तक क्या मिला? आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई

कोलकाता: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में नौ अगस्त को लेडी डॉक्टर की रेप कर हत्या कर दी गयी थी. हत्या के दूसरे दिन कोलकाता पुलिस ने सिविक वॉलेंटियर संजय रॉय को टूटे हेडफोन और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अरेस्ट किया. पुलिस और अस्पताल प्रबंधन पर आरोपों से छेड़छाड़ करने और साजिश रचने के आरोप लगे. कलकत्ता हाईकोर्ट में याचिक दायर हुई तो सीबीआई ने जांच शुरू की. सीबीआई ने जांच के दौरान 100 से अधिक लोगों से पूछताछ की. 10 आरोपियों के पॉलीग्राफ टेस्ट किए. आरोपी संजय रॉय का साइको टेस्ट किया गया.

पूछताछ और साक्ष्यों के आधार पर सीबीआई ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और टाला थाना के पूर्व ओसी अभिजीत मंडल को अरेस्ट किया है. फिलहाल ये तीनों ही जेल रिमांड पर हैं. इस तरह से इस मामले में कुल तीन गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है.

सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की सोमवार को फिर से सुनवाई है. इस सुनवाई पर लोगों की निगाहें टिकी हुई हैं. सुप्रीम कोर्ट में सोमवार दोपहर 2 बजे मामले की सुनवाई होगी. पहले की तरह चीफ जस्टिस की अगुवाई वाली तीन जजों की बेंच में यह मामला 42वें नंबर पर होगा. मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ के साथ न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा मामले की सुनवाई करेंगे. सुप्रीम कोर्ट में आरजी कर मामले की आखिरी सुनवाई 17 सितंबर को हुई थी. अगली सुनवाई की तारीख 27 तारीख थी, लेकिन वह स्थगित कर दी गई थी. अब अगली सुनवाई सोमवार को है.

प्राप्त जानकारी के अनुसार सीबीआई सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान अपनी स्टेट्स रिपोर्ट पेश करेगी. सीबीआई को अभी तक जांच में क्या मिला है? सीबीआई कोर्ट को बताएगी. इससे पहले सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट ने दो स्टेट्स रिपोर्ट पेश कर चुकी है. सीबीआई की ओर से सीलबंद लिफाफे में रिपोर्ट पेश की गई है.

हत्या के पीछे बड़ी साजिश

वहीं सुनवाई के दौरान सीबीआई के वकीलों ने बड़ी साजिश की ओर संकेत किया है और कोर्ट ने भी सीबीआई की जांच पर अभी तक संतोष जताया है. सीबीआई के वकीलों ने सुनवाई के दौरान पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाये हैं और आरोप लगाया है कि क्राइम सीन के साथ छेड़छाड़ की गई है. पूरी तरह से क्राइम सीन को बदल दिया गया है. सीबीआई की ओर से पोस्टमार्टम रिपोर्ट से लेकर अन्य जांच भी सवाल उठाये गये हैं.

मृतका के माता-पिता लगातार न्याय की मांग कर रहे हैं और अस्पताल प्रबंधन पर सबूतों के साथ छेड़छाड़ करने के आरोप लगे रहे हैं. जूनियर डॉक्टरों ने न्याय की मांग और सुरक्षा की मांग को लेकर एक महीन से अधिक समय तक प्रदर्शन किया और बाद में जब कोलकाता पुलिस आयुक्त सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का तबादला किया गया और सुरक्षा का आश्वासन दिया गया तो डॉक्टरों ने हड़ताल वापस ली है, डॉक्टरों ने धमकी दी है कि यदि उनलोगों को सुरक्षा नहीं दी गई या फिर कोई घटना घटती है, तो वे लोग फिर से आंदोलन करेंगे.

इंसाफ की मांग पर सड़क पर उतरे जूनियर डॉक्टर

सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले रविवार को फिर से इंसाफ की मांग को लेकर जूनियर डॉक्टरों ने जुलूस निकाला. रविवार की शाम जूनियर डॉक्टर फिर सड़क पर उतरे. उन्होंने कोलकाता में सात मशाल जुलूस निकाले. इसके अलावा जिले के मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर भी सड़क पर उतर आये.

उन्होंने ऐलान किया कि राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में सुरक्षा की मांग करते हुए वे यह विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे. उन्होंने दावा किया कि दुर्गा पूजा से पहले रविवार को भी इस विरोध प्रदर्शन में आम लोग पहले की तरह उनके साथ हैं.

जूनियर डॉक्टरों ने पहले कहा था कि वे आंदोलन वापस लेने के बावजूद विरोध जारी रखेंगे. उन्होंने जन सम्मेलन के मंच से कुछ नए विरोध कार्यक्रमों की भी घोषणा की. सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को आरजी कर अस्पताल में डॉक्टर से रेप और हत्या मामले की सुनवाई होगी.

मेडिकल कॉलेज के छात्रों ने निकाला मशाल जुलूस

इससे पहले रविवार की शाम डॉक्टर मशाल लेकर सड़क पर उतरे. जूनियर डॉक्टरों का एक समूह मेडिकल कॉलेज कलकत्ता से एस्प्लेनेड तक मशाल जुलूस निकाला. इसी तरह एनआरएस मेडिकल कॉलेज से एस्प्लेनेड तक, कलकत्ता नेशनल मेडिकल कॉलेज से पार्क सर्कस के सेवन प्वाइंट तक, सागरदत्ता मेडिकल कॉलेज से डनलप तक, आरजी मेडिकल कॉलेज से श्यामबाजार फाइव प्वाइंट क्रॉसिंग तक और केपीसी मेडिकल कॉलेज से जादवपुर 8बी बस स्टैंड तक डॉक्टरों ने जुलूस निकाला.

मेडिकल कॉलेज कलकत्ता से एस्प्लेनेड जाते समय एक जूनियर डॉक्टर ने कहा, “सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई है. उससे पहले रविवार को इस कार्यक्रम के लिए हमें बुलाया गया है. हमारे साथ आम लोग भी सड़क पर हैं. हम सुरक्षा की मांग को लेकर यह विरोध जारी रखेंगे.हम अपनी बहन के साथ हुए अत्याचार के लिए शीघ्र न्याय चाहते हैं.

सीबीआई से जल्द न्याय की मांग

19 सितंबर को नबान्न में मुख्य सचिव के साथ बैठक के बाद जूनियर डॉक्टरों ने घोषणा की कि अगले दिन शुक्रवार को स्वास्थ्य भवन के सामने धरना दिया जाएगा. हालांकि, उन्होंने यह भी ऐलान किया कि न्याय और सुरक्षा नहीं मिलने तक आंदोलन जारी रहेगा.

इस बार आंदोलनकारी केंद्र और सीबीआई के खिलाफ आंदोलन करना चाहते हैं, जिसकी शुरुआत पहले हो चुकी है. जूनियर डॉक्टरों ने स्वास्थ्य भवन से सीजीओ कॉम्प्लेक्स तक मार्च निकाला. उस जुलूस में कई आम लोग भी शामिल हुए. उन्होंने पिछले शुक्रवार को सार्वजनिक सम्मेलन में समाज के विभिन्न स्तरों के लोगों की राय सुनी.

इसके बाद उन्होंने अपने अगले विरोध कार्यक्रम की घोषणा की. आंदोलनकारियों ने रविवार को मशाल जुलूस के बाद दूसरे महालया के दिन बुधवार को एक भव्य जुलूस का आह्वान किया है. इसके बाद धर्मतल्ला में सामूहिक सभा होगी. यह कार्यक्रम महालया के दिन दोपहर 1 बजे से है.