छत्तीसगढ़

आईपीएल 2025: बीसीसीआई आईपीएल 2025 के लिए बड़ी नीलामी विदेश में कराने पर कर रहा विचार? राजीव शुक्ला ने कही ये बात

नईदिल्ली : भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने कहा कि बोर्ड ने आईपीएल 2025 के लिए होने वाली मेगा नीलामी भारत और विदेश दोनों में कराने के विकल्प खुले रखे हैं। शुक्ला ने कहा कि बीसीसीआई का इरादा खेलों को देश से बाहर ले जाने तथा विदेशी प्रशंसकों को आकर्षित करना है। पिछली बार आईपीएल की नीलामी दुबई में हुई थी जिसमें मिचेल स्टार्क और पैट कमिंस जैसे गेंदबाजों ने आईपीएल इतिहास के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए थे और सबसे बड़ी बोली लगाई थी।

विभिन्न कारणों से यूएई और दक्षिण अफ्रीका ने आईपीएल सीजन की मेजबानी की है। आखिरी बार आईपीएल के किसी सीजन का आयोजन विदेश में 2021 में हुआ था। उस समय भारत में कोरोना वायरस के कारण आईपीएल का दूसरा चरण दुबई में कराया गया था। भारत और बांग्लादेश के बीच कानपुर में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच से इतर कहा, हम दोनों विकल्पों पर विचार कर रहे हैं। यह विदेश में भी हो सकता है। पिछली बार हमने नीलामी दुबई में कराई थी और यह काफी सफल रहा था। पूरा विचार क्रिकेट के कुछ चीजों को विदेशों में भी ले जाना है। इससे विदेशी क्रिकेट प्रशंसक भी आकर्षित होते हैं।

बीसीसीआई उपाध्यक्ष ने कहा, वे क्रिकेट के साथ खुद को जोड़ते हैं, इसलिए यह बस बेसिक आइडिया है। अगर हम वहां मैच आयोजित नहीं कर सकते तो कम से कम नीलामी जैसे उस इवेंट तो करा ही सकते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए हमने विदेश में नीलामी कराने का विकल्प खुला रखा है। 

आईपीएल ने नीलामी से पहले नए नियमों की घोषणा की थी
आईपीएल ने मेगा नीलामी से पहले फ्रेंचाइजी के लिए नए नियमों की हाल ही में घोषणा की थी। आईपीएल शीर्ष परिषद ने फ्रेंचाइजी को पिछली टीमों में से अधिकतम छह खिलाड़ियों को रिटेन करने की अनुमति दी है। इसमें नीलामी में एक राइट टू मैच (आरटीएम) कार्ड भी शामिल होगा। कोई भी फ्रेंचाइजी छह में से भारतीय और विदेशी मिलाकर अधिकतम पांच कैप्ड खिलाड़ी और अधिकतम दो अनकैप्ड खिलाड़ी रिटेन कर सकेगी। यानी अगर किसी टीम ने पांच कैप्ड खिलाड़ी लिया है तो उसे छठा खिलाड़ी अनकैप्ड रिटेन करना होगा।

शीर्ष परिषद की बैठक में यह भी फैसला किया गया था कि यदि कोई भारतीय खिलाड़ी पिछले पांच कैलेंडर वर्षों में राष्ट्रीय टीम के लिए नहीं खेला है तो उसे अनकैप्ड खिलाड़ी माना जाएगा। इसके अलावा किसी भी विदेशी खिलाड़ी को बड़ी नीलामी में शामिल होने के लिए पंजीकरण कराना होगा। अगर कोई विदेशी खिलाड़ी पंजीकरण नहीं कराता है तो वह अगले वर्ष की मिनी नीलामी में शामिल होने के लिए अयोग्य होगा।