मुंगेली। मुंगेली जिले में एक बार फिर रिश्तों का कत्ल हुआ है, जिस पिता ने अपनी बेटी को जिस शख्स के साथ विवाह करके विदा किया था, एक दिन वही दामाद उसकी जीवन लीला समाप्त कर देगा, यह किसी ने नहीं सोचा था। मुंगेली जिले के लोरमी थाना क्षेत्र के एक ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी सुलझाने में पुलिस को 24 घंटे के भीतर बड़ी सफलता मिली है। इस अनसुलझे रहस्य पर जब पर्दा उठा तो एक पल के लिए पुलिस भी हैरत में पड़ गई। दरअसल इस हत्याकांड का आरोपी कोई और नहीं बल्कि मृतक का दामाद ही निकला है, जिसने पत्नी को साथ नहीं भेजने को लेकर अपने ही ससुर की निर्मम हत्या कर दी। हत्या के इस वारदात को अंजाम देने वाला दामाद अब सलाखों के पीछे पहुंच गया है।
क्या है घटनाक्रम
30 सितंबर 2024 को ग्राम रवेली (नवरंगपुर) में मनियारी नदी के पुल के पास ग्राम रवेली (नवरंगपुर) निवासी नानू निषाद के शव पड़े होने की सूचना थाना लोरमी में प्राप्त हुई। सूचना से पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल को अवगत कराया गया। पुलिस अधीक्षक के दिशा-निर्देश एवं मार्गदर्शन में मामले के पतासाजी के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पंकज पटेल के नेतृत्व में टीम गठित की गई। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के हमराह में उप पुलिस अधीक्षक लोरमी माधुरी धिरही, थाना प्रभारी लोरमी एवं अन्य स्टाफ, साथ ही फॉरेंसिक की सीन ऑफ क्राइम यूनिट भी घटनास्थल पर तुरंत पहुंचकर पतासाजी प्रारंभ किया गया।
मृतक के शरीर पर मिले चोट के निशान
मृतक नानू निषाद के मृत शरीर को देखकर एवं घटनास्थल निरीक्षण से स्पष्ट हो गया कि किसी धारदार हथियार से सिर पर वार कर हत्या की गई है। इस संबंध में थाना लोरमी में अपराध क्रमांक 334/24 धारा 103(1) बीएनएस दर्ज किया गया। फॉरेंसिक एवं डॉग स्क्वॉड की टीम की सहायता से घटनास्थल निरीक्षण से मिले प्रारंभिक सुराग के आधार पर अनेक संदेहियों से बारीकी से पूछताछ की गई।
गोलमोल जवाब देता रहा दामाद और फिर…
पुलिस की टीम रवेली (नवरंगपुर) ग्राम में लगातार बनी रही। अंततः एक संदेही रामसहाय धीमर, पिता रामदास धीमर, जो कि उसी गांव का निवासी था, पुलिस को गुमराह करने के उद्देश्य से अलग-अलग तरह से जवाब देने लगा। अभिरक्षा में लेकर कड़ाई से पूछताछ करने पर रामसहाय धीमर ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया। आरोपी रामसहाय धीमर रिश्ते में मृतक नानू निषाद का दामाद था।
पत्नी के साथ नहीं जाने से था क्षुब्ध
मृतक और आरोपी का पूर्व से विवाद चल रहा था। आरोपी रामसहाय शराब पीने का आदी था, जिससे उसकी पत्नी उसे छोड़कर अपने पिता के घर, ग्राम रवेली (नवरंगपुर), में रहने लगी थी। आरोपी कई बार अपनी पत्नी को लेने ससुराल गया, लेकिन उसका ससुर, नानू निषाद, हर बार अपनी बेटी को ले जाने से मना करता था और उसके साथ गाली-गलौच करता था। इस बात से रामसहाय क्षुब्ध हो गया और उसके मन में ससुर के प्रति रंजिश उत्पन्न हो गई।
एक महीने से बना रहा था हत्या की योजना
पिछले एक महीने से रंजिश रखते हुए आरोपी रामसहाय धीमर अपने ससुर की हत्या की योजना बना रहा था। 29 सितंबर को रात लगभग 11 बजे अपने घर में रखे मछली काटने का लोहे का हथियार कत्ता लेकर वह अपनी मोटरसाइकिल से अपने ससुराल रवेली (नवरंगपुर) गया। वहां पर अपने ससुराल के घर के बगल में स्थित शिव मंदिर के पास छिपा रहा। आरोपी को पता था कि उसका ससुर नानू निषाद प्रतिदिन रात 2-3 बजे मछली पकड़ने मनियारी नदी जाता है। आरोपी छुपकर अपने ससुर का इंतजार करता रहा। जैसे ही मृतक नानू निषाद मछली पकड़ने के लिए घर से निकला, आरोपी ने अंधेरे का फायदा उठाते हुए उसका पीछा किया। नदी के पास, नानू निषाद बैठा था, तभी आरोपी रामसहाय धीमर ने पीछे से उसके सिर और चेहरे पर कई बार वार किया, जिससे नानू निषाद की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
हत्या करने के बाद, आरोपी रामसहाय धीमर ने हत्या में प्रयुक्त हथियार को अपने ससुराल के घर के बाड़ी में छुपा दिया और अपनी मोटरसाइकिल से भागकर अपने घर लाखासार चला गया। आरोपी रामसहाय धीमर से हत्या में प्रयुक्त हथियार, भागने में उपयोग की गई मोटरसाइकिल और अन्य भौतिक साक्ष्य जब्त कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
थानेदार से टकरा गया आरोपी
आरोपी रामसहाय, अपने ससुर की हत्या करने के बाद, जल्दबाजी में छिपने के लिए रात में अपने घर भाग रहा था। इसी दौरान लोरमी थाना प्रभारी अभिषेक वैष्णव अपनी टीम के साथ थाना क्षेत्र में ही रात की गश्त कर रहे थे। तभी अचानक आरोपी उनसे टकरा गया। आधी रात को संदिग्ध अवस्था में मिलने पर थानेदार ने आरोपी की तस्वीर भी ली थी, जो हत्या की गुत्थी सुलझाने में काफी सहायक रही।