छत्तीसगढ़

रायपुर: आगरा के रास्ते फ्लाइट से आया था 9 करोड़ की चांदी का जखीरा, पता नहीं चला किसका है माल?

रायपुर में कार्टून खोलकर देखा गया, जिसके अंदर चांदी की सिल्लियां रखी हुईं थीं। (फाइल फोटो) - Dainik Bhaskar

रायपुर। रायपुर में पुलिस ने चेकिंग के दौरान 928 किलो चांदी की सिल्लियां पकड़ी है। चांदी का ये जखीरा आगरा से फ्लाइट के जरिए रायपुर पहुंचा था। जब्त चांदी की कीमत करीब 9 करोड़ आंकी गई है। 24 घंटे बाद भी विभाग के अधिकारी चांदी के मालिकों का पता नहीं लगा पाए हैं।

GST के अधिकारियों का कहना है कि चांदी का आधा बिल बस मिला है, जबकि बाकी चांदी का कोई हिसाब नहीं मिला है। वहीं बिल्टी मतलब ट्रांसपोर्ट से जुड़ी डिटेल पूरे माल की मिली है।

छत्तीसगढ़ वाणिज्यिक कर के विशेष आयुक्त टीएल ध्रुव ने बताया कि पुलिस ने 928 किलो चांदी की सिल्लियां विभाग को सौंप दी हैं। ड्राइवर इसे एयरपोर्ट से पिकअप वाहन में लोड कर बताए गए स्थान पर ले जा रहा था। अधिकारी के मुताबिक चांदी के स्टॉक में से करीब आधे माल के बिल मिले हैं।

साथ ही अधिकारी टीएल धुव्र ने बताया कि ड्राइवर को किस जगह पार्सल छोड़ना था, ये बात भी फिलहाल पता नहीं चल पाई है।

मामले में चांदी के एक बड़े हिस्से के बिल होने के बावजूद GST विभाग के अधिकारी मालिकों का नाम बताने से बचते दिखे। इसके अलावा बिना बिल की चांदी के मालिकों को विभाग के अधिकारी 24 घंटे के बाद भी नहीं खोज पाए हैं।

बताया जा रहा है कि जब्त की गई इस चांदी का बड़ा हिस्सा शहर के 12 से ज्यादा व्यापारियों का है। आगामी दिवाली त्योहार के लिए पिघलाकर आभूषण बनाने के लिए लाया गया था। मिली जानकारी के अनुसार, टैक्स से बचने के लिए चांदी को अवैध तरीके से रायपुर लाया गया था। हालांकि, पुलिस ने चेकिंग के दौरान इसे जब्त कर लिया।

दरअसल, सोमवार को एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट की टीम चेकिंग कर रही थी। इस दौरान छोटा हाथी वाहन (मालवाहक) को रोककर चेकिंग की गई। पुलिस को वाहन में कार्टून मिले। कार्टून खोलकर देखा गया, जिसके अंदर चांदी की सिल्लियां रखी हुईं थीं। ये चांदी की सिल्लियां 51 कार्टून में भरी हुई थी।

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक गाड़ी में सन्नी कुमार सिंह नाम का व्यक्ति सवार था। सन्नी के पास चांदी से संबंधित कोई वैध डॉक्यूमेंट नहीं मिले, जिसके बाद पुलिस ने सन्नी के कब्जे से चांदी की सिल्लियां जब्त कर ली थी। मामले को पुलिस ने छत्तीसगढ़ कमर्शियल टैक्स(GST) को सौंप दिया था।