नईदिल्ली। कांग्रेस हरियाणा विधानसभा चुनाव में मिली हार की वजह तलाशने में जुटी है. सूत्रों के मुताबिक, पार्टी हार के कारणों का पता लगाने के लिए एक समिति बनाएगी. कमेटी ये पता करेगी कि उसे चुनाव में क्यों और कैसे हार मिली. वहीं, आज गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर बैठक हुई, जिसमें राहुल गांधी भी शामिल हुए.सूत्रों के मुताबिक, इस दौरान राहुल ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कुमारी सैलजा का नाम लिए बिना बड़ी बात कही. उन्होंने साफतौर पर कहा कि नेताओं ने पार्टी की जगह अपना हित देखा.
दिल्ली स्थित खरगे के आवास हुई बैठक के बाद कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा कि सारे एग्जिट पोल हमको जिता रहे थे, हम जीत को लेकर आश्वस्त थे. हमने हार की समीक्षा की, ईवीएम से लेकर नेताओं में मतभेदों पर भी चर्चा हुई. आगे क्या करना है वो जल्दी सामने रखेंगे.
हार के लिए EVM को जिम्मेदार बता रही है कांग्रेस
कांग्रेस हार के लिए EVM को जिम्मेदार बता रही है. पार्टी के नेता उदयभान ने कहा है कि ईवीएम हैक की गई है. पूरे प्रदेश को संदेह हो रहा है. मशीनों को सील करवाया जाएगा. दूध का दूध पानी का पानी होना चाहिए. भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि हरियाणा का नतीजा हैरान करने वाला है. हर आदमी देश में कह रहा था कि कांग्रेस सरकार बनाने वाली है, हम हर सर्वे में आगे थे, लेकिन जो नतीजे आए वो हैरान करते हैं.
ईवीएम को लेकर कांग्रेस ने बुधवार को चुनाव आयोग को अवगत भी कराया था और जांच की मांग की थी. मुख्य विपक्षी दल के वरिष्ठ नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयोग से यह आग्रह भी किया था कि उन इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को जांच पूरी होने तक सील करके सुरक्षित रखा जाए, जिनको लेकर सवाल उठे हैं.
इसी साल लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद हरियाणा में बीजेपी और कांग्रेस के बीच हुई पहली बड़ी सीधी लड़ाई में सत्तारूढ़ पार्टी ने 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए चुनाव में 48 सीट पर जीत दर्ज की, जबकि 2019 में उसे 41 सीट मिली थी. कांग्रेस को 37 सीट पर संतोष करना पड़ा.