नासिक: नासिक में फायरिंग अभ्यास के दौरान तोप का गोला फट गया। इसके चलते दो अग्निवीरों की मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक नासिक जिले के सैन्य प्रशिक्षण केंद्र में अग्निवीरों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। गुरुवार दोपहर को अभ्यास के दौरान तोप का एक गोला फट गया। इसके चलते अग्निवीर गोहिल विश्वराज सिंह (20) और सैकत शेट (21) की मौत हो गई।
अधिकारियों ने बताया कि प्रशिक्षण केंद्र में अग्निवीरों का एक दल प्रशिक्षण ले रहा था। इस दौरान तोप का एक गोला फट गया। इसमें दो अग्निवीर घायल हो गए। घायलवस्था में दोनों को देवलाली के एमएच अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां पर दोनों की मौत हो गई। हवलदार अजीत कुमार की शिकायत के आधार पर देवलाली पुलिस थाने में हादसे में मौत होने का मामला दर्ज किया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
अग्निपथ योजना क्या है और अग्निवीर कौन होते हैं?
अग्निपथ योजना की घोषणा केंद्र ने जून 2022 में की थी। इस योजना के तहत भर्ती होने वालों को ‘अग्निवीर’ कहा जाता है। सरकार ने कहा है कि रक्षा बलों में चार साल की सेवा के बाद युवाओं के लिए कई नौकरियां और अन्य रास्ते खुले रहेंगे। चार साल का कार्यकाल पूरा होने पर, 25 फीसदी अग्निवीरों को भारतीय सशस्त्र बलों में नियमित कैडर के रूप में रखा जाएगा। बाकी को आगे रोजगार के अवसरों के लिए सहायता मिलेगी। अग्निवीरों को उनके बाहर निकलने पर सेवा निधि पैकेज के रूप में 11.71 लाख रुपये दिए जाएंगे, जो आयकर से मुक्त होंगे। उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड, हरियाणा, छत्तीसगढ़, अरुणाचल प्रदेश, गुजरात, असम, ओडिशा और गोवा सरकार ने अग्निवीरों को चार साल की सेवा पूरी करने के बाद सरकारी नौकरियों में प्राथमिकता देने का एलान किया है। इसके अलावा विभिन्न केंद्रीय बलों में भी अग्निवीरों को आयुसीमा और सरकारी नौकरियो में प्राथमिकता देने के लिए कहा है।