छत्तीसगढ़

चीन ने ताइवान के चारों ओर किया बड़ा सैन्य अभ्यास, द्वीपों की घेराबंदी की, तनाव बढ़ा

ताइपे: चीन ने सोमवार को ताइवान और उसके आस-पास के द्वीपों के चारों और बड़े पैमाने पर सैन्य अभ्यास किया। इस अभ्यास में 125 विमान, विमानवाहक ‘लिआनिंग’ और अन्य जहाज शामिल हुए। अभ्यास में प्रमुख बंदरगाहों की घेराबंदी की गई। जिससे ताइवान जलडमरूमध्य में तनाव बढ़ गया है।

ताइवान के राष्ट्रीय दिवस के चार दिन बाद हुआ अभ्यास  
बीजिंग ने कहा कि यह सैन्य अभ्यास ताइवान के राष्ट्रपति लाइ चिंग-ते के खिलाफ एक दंडात्मक कार्रवाई है, क्योंकि उन्होंने चीन के ताइवान पर संप्रभुता के दावे को मानने से इनकार किया था। यह अभ्यास ताइवान के राष्ट्रीय दिवस के चार दिन बाद हुआ है। राष्ट्रीय दिवस पर राष्ट्रपति लाइ चिंग-ते ने अपने भाषण में कहा था कि चीन को ताइवान का प्रतिनिधित्व करने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने यह भी कहा था कि वह हमेशा विलय या अतिक्रमण का विरोध करेंगे।

युद्ध अभ्यास लाइ चिंग-ते के झूठे दावों के लिए कड़ी सजा: चीन
चीन के ताइवान मामलों के कार्यालय ने एक बयान में कहा, यह लाइ चिंग-ते के स्वतंत्र ताइवान के झूठे दावों के लिए एक कड़ी सजा है। वहीं, ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि ताइवान के वायु क्षेत्र में फाइटर जेट सहित 90 विमान, हेलीकॉप्टर और ड्रोन देखे गए। यह एक दिन में विमानों की सबसे अधिक संख्या थी, जो सुबह 5:02 बजे से शाम 4.30 बजे तक दर्ज की गई। मंत्रालय ने यह भी बताया कि समुद्री यातायात सामान्य रूप से जारी है।   

बल प्रयोग से धमकाना संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन: ताइवान
वहीं, ताइवान ने इस स्थिति पर कहा, हमारा सैन्य बल निश्चित रूप से चीन से आने वाले खतरों का उचित तरीके से मुकाबल करेगा। ताइवान के सुरक्षा परिषद के महासचिव जोसेफ वू ने ताइपे में एक कार्यक्रम में कहा, दूसरे देशों को बल प्रयोग से धमकाना संयुक्त राष्ट्र के चार्टर की मूल भावना का उल्लंघन है। ताइवान के राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा, चीन सैन्य उकसावा देना बंद करे। इससे क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को नुकसान पहुंच रहा है। 

ताइवान के द्वीपों की घेराबंदी की, टीवी पर दिखाया नक्शा
चीन के सरकारी प्रसारक सीसीटीवी ने एक नक्शा दिखाया, जिसमें ताइवान के चारों ओर के उन छह बड़े क्षेत्रों को दर्शाया गया, जिनमें सैन्य अभ्यास किया गया। साथ ही, ताइवान के आसपास के द्वीपों के चारों ओर घेरे बनाए गए थे। इस अभ्यास के लिए चीन ने अपने विमानवाहक लिआनिंग का इस्तेमाल किया। सीसीटीवी पर एक जे-15 लड़ाकू विमान को उड़ान भरते हुए भी दिखाया गया। 

अभ्यास में शामिल थी नौसेना, थल सेना और वायु सेना
पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) की पूर्वी थिएटर कमान के प्रवक्ता सीनियर कैप्टन ली.जी ने सोमवार शाम कहा कि यह अभ्यास सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। उन्होंने कहा कि इस अभ्यास में नौसेना, थल सेना, वायु सेना और मिसाइल कोर सभी शामिल थे। एक सरकारी मीडिया चैनल पर ली ने अपने बयान में कहा, यह ताइवान की आजादी का समर्थन करने वालों के लिए एक बड़ी चेतावनी है। यह अभ्यास हमारी राष्ट्रीय संप्रभुता की रक्षा के लिए हमारी दृढ़ता का प्रतीक है। 

ताइवान के साथ संबंध कूटनीतिक मुद्दा नहीं: माओ निंग
चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा कि चीन ताइवान के साथ संबंधों को एक कूटनीतिक मुद्दा नहीं मानता है, क्योंकि वह ताइवान को एक संप्रभु देश के रूप में मान्यता देने से इनकार करता है। वहीं, ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उसने महासागर में तय स्थानों पर युद्धपोतों को तैनात किया है, ताकि निगरानी की जा सके। मंत्रालय ने बताया कि उनके देश ने सोमवार सुबह तक 25 चीनी युद्धक विमानों और सात युद्धपोतों को ट्रैक किया। हालांकि उसने यह नहीं बताया कि ये किस प्रकार के विमान थे।