नईदिल्ली : महाराष्ट्र में चुनाव की घोषणा की सुगबुगाहट के बीच कांग्रेस ने राज्य के विभिन्न रीजन के लिए अपना वरिष्ठ पर्यवेक्षक नियुक्त कर दिया है. राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट को भी बड़ी जिम्मेदारी दी गई है.
कांग्रेस की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने एआईसीसी के वरिष्ठ पर्यवेक्षक और स्टेट इलेक्शन सीनियर को-ऑर्डिनेटर को नियुक्त किया है. मुंबई और कोंकण, विदर्भ (अमरावती और नागपुर), मराठवाड़ा, वेस्टर्न महाराष्ट्र, नॉर्थ महाराष्ट्र के लिए वरिष्ठ पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है.
पांच क्षेत्रों में नियुक्त किए वरिष्ठ पर्यवेक्षक
मुंबई और कोंकण क्षेत्र : अशोक गहलोत, जी परमेश्वर
मराठवाड़ा : सचिन पायलट, उत्तम रेड्डी
विदर्भ : भूपेश बघेल, चरणजीत सिंह चन्नी, उमंग सिंघार
पश्चिम महाराष्ट्र : टीएस सिंह देव, एमबी पाटिल
उत्तर महाराष्ट्र : नासिर हुसैन, अनसूया सीताक्का
अशोक गहलोत : राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं. उन्हें हरियाणा विधानसभा चुनाव का वरिष्ठ पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया था. इससे पहले पार्टी ने उन्हें लोकसभा चुनाव के दौरान अमेठी का भी विशेष पर्यवेक्षक बनाया था.
जी परमेश्वर : जी परेमेश्वरा कर्नाटक के गृह मंत्री हैं. वह कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष भी रहे हैं.
सचिन पायलट: ऱाजस्थान के टोंक से विधायक सचिन पायलट के पास राजनीति का लंबा अनुभव है. वह अशोक गहलोत सरकार में डिप्टी सीएम रहे हैं. उनके पास केंद्र में भी काम करने का अनुभव है.
भूपेश बघेल: छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल को कांग्रेस ने फिर बड़ी जिम्मेदारी दी है. उन्हें इससे पहले लोकसभा चुनाव में रायबरेली का विशेष पर्यवेक्षक बनाया गया था.
चरणजीत सिंह चन्नी: चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब के पूर्व सीएम हैं. उन्हें इससे पहले जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव का विशेष पर्यवेक्षक बनाया गया था.
टीएस सिंहदेव: छत्तीसगढ़ के पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंह देव कांग्रेस के बड़े नेताओं में गिने जाते हैं. टीएस सिंह देव को कांग्रेस ने मेनिफेस्टो कमेटी का मेंबर भी बनाया है.