छत्तीसगढ़

भगवा आतंकवाद नहीं बोलना चाहिए था…, पूर्व गृह मंत्री सुशील शिंदे बताया क्यों कहा था सालों पहले ऐसा?, वीडियो

नईदिल्ली : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मनमोहन सिंह सरकार में गृह मंत्री रहे चुके सुशील कुमार शिंदे ने सालों बाद ये माना है कि उन्हें ”भगवा आतंकवाद” जैसे शब्द का इस्तेमाल यूपीए-2 के दौरान नहीं करना चाहिए था। एक इंटरव्यू में सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि ‘भगवा’ के आगे ‘आतंकवाद’ जोड़ना एक गलती थी। उन्होंने कहा कि ”सच कहूं तो भगवा के आगे क्यों आंतकवाद लगाया मुझे नहीं पता। नहीं लगाना चाहिए था।”

सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि उस वक्त पार्टी की यह विचारधार थी। सुशील कुमार शिंदे ने कहा, ”देखिए, भगवा आतंकवाद, उस वक्त जो पूछा था, तो वो बोल दिया था। बस इतना ही है। आतंकवाद शब्द…भगवा के आगे लगाया, लेकिन वो सही बोले तो क्यों आतंकवाद शब्द लगाया, मुझे पता नहीं है। लेकिन लगाना नहीं चाहिए था।”

सुशील कुमार शिंदे ने कहा, ”भगवा टेररिस्ट…ये तो पार्टी की विचारधार होती है। फिर वो चाहे भगवा हो, रेड हो, या सफेद या फिर कुछ और…ऐसा कोई आतंकवाद नहीं होता है। ” सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि उस समय रिकॉर्ड पर जो आया था, उन्होंने वही कहा था। ये उनकी पार्टी ने उन्हें बताया था कि भगवा आतंकवाद हो रहा है।

सुशील कुमार शिंदे ने कहा, ”देखिए, हमने पार्टी में बताया था, पब्लिक में नहीं। पार्टी ने बताया था कि ऐसा-ऐसा है, आतंकवाद हो रहा है। उसके बाद हमने कभी नहीं बोला। ये सवाल संसद में भी पूछा गया था। तो उसका कुछ जिक्र नहीं किया था।”

सुशील कुमार शिंदे ने कहा, ”भगवा आतंकवाद, मैंने पार्टी के प्लेटफॉर्म पर बोल दिया था। हमने पार्टी के लोगों को ब्रीफ करने के लिए ऐसा बोला था। पार्टी के लोगों को ब्रीफ करना गलत बात नहीं हैं। उनका बताना कि ऐसा-ऐसा हो रहा है ताकि वो लोग उसको लेकर सजग रहें।”’भगवा आतंकवाद’ यह एक ऐसा शब्द है जिसे कांग्रेस नेताओं ने हिंदुत्व आंदोलन को बदनाम करने के लिए गढ़ा था प्रचलित किया और उसका इस्तेमाल किया। सिर्फ सुशील कुमार शिंदे ही नहीं, भगवा आतंकवाद शब्द का प्रयोग पी. चिदंबरम ने 2007 में किया था। सुशील कुमार शिंदे ने इस शब्द का इस्तेमाल 2012 में किया था।

भाजपा ने सुशील कुमार शिंदे के बयान पर कांग्रेस पर निशाना साधा। भाजपा ने कहा, ”भगवा आतंकवाद पार्टी की विचारधारा थी। UPA काल में गृहमंत्री रहे सुशील शिंदे नेकांग्रेस के तुष्टिकरण की पोल खोल दी है।” सुशील शिंदे इस इंटरव्यू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की। उन्होंने स्वीकार किया कि कांग्रेस को उनसे भारत का प्रधानमंत्री बनने की उम्मीद नहीं थी, तीन बार जीतना तो दूर की बात है

सुशील शिंदे बोले, ”पीएम मोदी एक अथक कार्यकर्ता हैं। वो बहुत हार्डवर्किंग हैं और बहुत कष्ट झेल लेते हैं। वे बहुत मेहनत करते हैं, और मैंने उनके सीएम रहते हुए से उन्हें देखा है।” सुशील शिंदे ने यह भी कहा कि मोदी की क्षमता उनकी पार्टी, भाजपा की विचारधारा के कारण सीमित है। शिंदे के अनुसार, अगर पार्टी की सोच उन्हें सीमित नहीं करती, तो पीएम मोदी “और भी अधिक हासिल कर सकते थे।”