नईदिल्ली : उत्तर कोरिया ने रूस में अपने 10 हजार सैनिक भेजे हैं। पेंटागन ने दावा किया है कि ये सैनिक यूक्रेन के खिलाफ लड़ रहे हैं। पेंटागन की प्रवक्ता सबरीना सिंह ने कहा कि इन सैनिकों को प्रशिक्षण के नाम पर रूस भेजा गया है। मगर इनमें कुछ सैनिक यूक्रेन के करीब पहु्ंच गए हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि रूस इन सैनिकों का इस्तेमाल यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में कर रहा है। इसे लेकर अमेरिका ने चिंता जाहिर की है। अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने पहले ही सार्वजनिक तौर पर रूस को चेतावनी दी है कि अगर उत्तर कोरिया के सैनिकों का इस्तेमाल युद्ध में किया जाता है, तो उन्हें युद्धरत माना जाएगा। साथ ही इससे हिंद-प्रशांत क्षेत्र की सुरक्षा पर प्रभाव पड़ेगा। सबरीना सिंह ने कहा कि अगर हम उत्तर कोरिया के सैनिकों को आगे बढ़ते देखते हैं, तो यह साफ है कि वे युद्ध में शामिल हैं। इसे रोकने की पहल उत्तर कोरिया को करनी होगी।
वहीं नाटो का कहना है कि कुछ उतर कोरियाई सैनिकों को पहले ही कुर्स्क सीमा क्षेत्र में तैनात किया जा चुका है। नाटो के महासचिव मार्क रूटे ने कहा कि मैं पुष्टि कर रहा हूं कि उत्तर कोरियाई सैनिकों को रूस भेजा गया है। यह कदम रूस-यूक्रेन संघर्ष में उत्तर कोरिया की भागीदारी की पुष्टि करता है। साथ ही रूस के युद्ध के विस्तार को जाहिर कर रहा है। उनका कहना है कि रूस-यूक्रेन के संघर्ष में उत्तर कोरिया के सैनिकों के शामिल होने के बाद यूक्रेन की सेना पर दबाव बढ़ेगा।
पहले तीन हजार सैनिक भेजने का किया था दावा
इससे पहले व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा संचार सलाहकार जॉन किर्बी ने कहा था कि हमारा आकलन है कि अक्तूबर के शुरू से लेकर मध्य तक उत्तर कोरिया ने कम से कम 3,000 सैनिकों को पूर्वी रूस में भेजा है। उन्होंने कहा कि ये सैनिक जहाज से यात्रा करते हैं। ये उत्तर कोरियाई सैनिक पूर्वी रूस में कई रूसी सैन्य प्रशिक्षण स्थलों की यात्रा करते हैं, जहां वे वर्तमान में प्रशिक्षण ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें अभी तक नहीं पता है कि क्या ये सैनिक रूसी सेना के साथ मिलकर काम कर रहे है। अगर हां तो यह निश्चित रूप से एक चिंताजनक है।
24 साल बाद उत्तर कोरिया पहुंचे थे व्लादिमीर पुतिन
इससे पहले जून के महीने में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुति ने 24 साल बाद उत्तर कोरिया का दौरा किया था। जहां प्योंगयांग के हवाई अड्डे पर उत्तर कोरियाई नेता किम-जोंग-उन ने व्लादिमीर पुतिन का स्वागत किया था। इस दौरान उत्तर कोरिया ने यूक्रेन में उनकी सैन्य कार्रवाइयों के लिए देश के दृढ़ समर्थन की सराहना की थी। वहीं पुतिन के उत्तर कोरियाई दौरे को लेकर उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग में सड़कों को पुतिन और रूसी झंडों के चित्रों से सजाया गया था।