नईदिल्ली : आज से तकरीबन 19 साल पहले दिवाली के दिन महेन्द्र सिंह धोनी का तूफान देखने को मिला था. तब माही ने अपने करियर का बेस्ट स्कोर बनाया था. 31 अक्टूबर 2005 को दिवाली के दिन भारत और श्रीलंका के बीच 7 वनडे मैचों की सीरीज का तीसरा वनडे खेला गया. पहले बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंका ने 50 ओवर में 4 विकेट पर 298 रनों का स्कोर बनाया. इस तरह भारत के सामने 299 रनों का लक्ष्य था. इसके जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम की शुरूआत अच्छी नहीं रही. सचिन तेंदुलकर महज 2 रन बनाकर चलते बने. वीरेंन्द्र सहवाग 39 रन बनाकर पवैलियन लौट गए.
महेन्द्र सिंह धोनी के तूफान में उड़ी श्रीलंकाई टीम…
उस दिन महेन्द्र सिंह धोनी को ऊपर बल्लेबाजी करने का मौका मिला. माही तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे. एक छोड़ से विकेट गिरने का सिलसिला जारी रहा. राहुल द्रविड़ और युवराज सिंह जैसे बल्लेबाज सस्ते में पवैलियन लौट गए, लेकिन महेन्द्र सिंह धोनी एक छोर पर छक्के-चौकों की बरसात करते रहे. महेन्द्र सिंह धोनी ने अपनी तूफानी पारी में 15 चौके और 10 छक्के जड़े. वह 145 गेंदों पर 183 रन बनाकर नॉटआउट लौटे. वहीं, भारत ने 46.1 ओवर में 4 विकेट पर लक्ष्य हासिल कर लिया. महेन्द्र सिंह धोनी के अलावा वेणुगोपाल राव 39 गेंदों पर 19 रन बनाकर नॉटआउट लौटे.
कुमार संगाकारा ने बनाया था शानदार शतक
इससे पहले बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंका ने 50 ओवर में 4 विकेट पर 298 रनों का स्कोर बनाया. श्रीलंका के लिए ओपनर कुमार संगाकारा ने सबसे ज्यादा 147 गेंदों पर 138 रन बनाए. उन्होंने अपनी पारी में 13 चौके और 2 छक्के लगाए. इसके अलावा माहेला जयवर्धने ने 70 गेंदों पर 71 रन बनाए. उन्होंने अपनी पारी में 10 चौके जड़े. जबकि परवेज महरूफ 16 गेंदों पर 33 रन बनाकर नॉटआउट रहे. वहीं, भारत के लिए अजीत अगरकर ने सबसे ज्यादा 2 विकेट झटके. साथ ही जयप्रकाश यादव और वीरेन्द्र सहवाग को 1-1 कामयाबी मिली.