छत्तीसगढ़

रायगढ़: जिस जगह दफनाए गए तीन मृत हाथियों के शव वहां पहुंचा हाथियों का एक बड़ा दल; दे रहे श्रद्धांजलि

Three elephants died due to electric shock Gajaraj is reaching place where bodies were buried in Raigarh

रायगढ़। जिले में बीते दिनों 11केवी करंट की चपेट में आने से तीन हाथियों की मौत के बाद हाथियों का एक बड़ा दल बीते तीन दिनों से जहां हाथियों को दफनाया गया है उस जगह पहुंचकर अपनी संवेदना प्रकट कर रहे हैं। वन विभाग की टीम हाथियों के इस दल पर ड्रोन कैमरे से नजर बनाये हुए है।

मिली जानकारी के मुताबिक 25 अक्तूबर की रात 11केवी तार की चपेट में आने से एक नर हाथी, एक मादा हाथी समेत एक बच्चे की मौत हो गई थी। इस घटना की जानकारी मिलते ही रायगढ़ वन मंडल, वन विभाग के अधिकारियों के आलावा डीएफओ समेत तमनार व घरघोड़ा रेंज की टीम मौके पर पहुंची। इस मामले में जांच के बाद रायगढ़ वन मंडल की डीएफओ स्टाईलो मंडावी ने कार्रवाई करते हुए एक बीटगार्ड को सस्पेंड कर दिया है। वहीं डिप्टी रेंजर के सस्पेंड के लिए सीसीएफ बिलासपुर को अनुशंसा पत्र भेजा गया है।

बताया जा रहा है कि जिस जगह हाथियों को दफनाया गया है उस जगह पर बीते तीन दिनों से हाथियों का एक बडा दल पहुंचकर अपने साथियों की मौत पर श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है। वन विभाग के अनुसार जिस जगह पर तीनों शवों को दफनाया गया है वहां कई हाथियों के पैरों के निशान भी मिले हैं जिसके बाद से वन विभाग की टीम ड्रोन कैमरे से हाथियों के मूवमेंट पर नजर बनाये हुए है। वहीं बीती रात सामारूमा सर्किल में 45 हाथियों का एक बड़ा दल देखा गया है जिसके बाद वन विभाग अलर्ट होकर उनकी निगरानी में लगा है।

हाथियों में होती हैं संवेदनाएं 
इस संबंध में जिले की रायगढ़ वन मंडल की डीएफओ स्टाईलो मंडावी ने बताया कि हाथियों में सबसे ज्यादा संवेदनाएं होती हैं और इसी के लिये वे अपने रिश्तेदारों की मौत पर शोक व्यक्त करने के लिये दफनाये गए स्थल पर जाते हैं और वहां खड़े होकर न केवल श्रद्धांजलि देते हैं बल्कि उनकी मौत पर दुख भी व्यक्त करते हैं।

ड्रोन कैमरे से रखी जा रही नजर
रायगढ़ वन मंडल की डीएफओ स्टाईलो मंडावी ने यह भी बताया कि रात में हाथियों की संख्या बढ़ जाती है और इसीलिये वहां मौजूद हाथियों के दल पर नजर रखने के लिये वन विभाग की टीम लगाई गई है और ड्रोन कैमरे से इनकी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।