जांजगीर। जांजगीर-चांपा में 26 अक्टूबर को शराब पीने के बाद दो दोस्तों की मौत हो गई थी। शुरुआत में आशंका जताई जा रही थी कि दोनों दोस्तों की मौत दो अलग-अलग की तरह शराब साथ में मिलाकर पीने से हुई है। लेकिन असल में जो शराब दोनों दोस्तों ने पी थी, उसमें बोरेक्स यानी कि सुहागा मिला हुआ था।
पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि शराब में बोरेक्स मृतक रूपेश सांडे (27 साल) की प्रेमिका रजनी शांडिल्य ने मिलाया था। दरअसल दोनों के बीच काफी लंबे समय से विवाद चल रहा था, जिसके चलते रजनी परेशान थी। ऐसे में उसने अपने एक साथी बसंत आदित्य के साथ मिलकर रूपेश सांडे को मारने का प्लान बनाया।
पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद बदला जांच का एंगल
रूपेश सांडे और उसके दोस्त शिवा बंजारे की मौत को शुरुआत में पुलिस भी सिर्फ एक हादसे की तरह देख रही थी। लेकिन जैसी ही पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बोरेक्स का जिक्र मिला, पूरी जांच हत्या के एंगल से शुरू कर दी गई। गांव वालों से पूछताछ पर पता चला रूपेश की दोस्ती बुडगहन गांव में ही रहने वाली रजनी शांडिल्य से थी।
पुलिस ने रजनी पर नजर रखना शुरू कर दिया, इसी बीच पुलिस को एक मुखबिर ने बताया रूपेश लगातार रजनी के घर आता-जाता था। अपनी मौत वाले दिन भी उसने रजनी से मुलाकात की थी। इसके बाद पुलिस ने रजनी को पूछताछ के लिए बुलाया।
पूछताछ के दौरान रजनी के गोल-मोल जवाब पुलिस के शक को मजबूत करते गए। जिसके बाद पुलिस ने सख्ती दिखाई तो रजनी ने पूरा सच उगल दिया।
रजनी ने बताया कोविड के दौरान उसके पति की मौत हो गई थी। इसके बाद से ही वो और रूपेश रिलेशनशिप में आ गए थे। लेकिन रूपेश की शराब पीने की आदत से वो परेशान थी। रजनी के अनुसार रूपेश अक्सर शराब के नशे में उसके साथ मारपीट किया करता था। इसलिए वो उससे छुटकारा पाना चाहती थी।
ऐसे समय में उसकी मुलाकात धान खरीदी समिति प्रबंधक बसंत आदित्य से हुई। वो और आदित्य एक-दूसरे के करीब आ गए, लेकिन ये बात रूपेश को पसंद नहीं थी। इसलिए बसंत और रजनी ने मिलकर रूपेश की हत्या का प्लान बना लिया।
प्लान के तहत सबसे पहले बसंत ने ऑनलाइन बोरेक्स मंगाया। रजनी अच्छे से जानती थी कि रूपेश शराब के लिए कभी मना नहीं करता, इसलिए उसने ये बोरेक्स शराब की ही बोतल में मिलाया । फिर रूपेश को कॉल कर अपने घर बुलाया और उसे बोरेक्स मिली शराब की बोतल दे दी।
शराब की बोतल मिलते ही रूपेश अपने मामा सुखसागर सतनामी के पास पहुंचा। दोनों ने शिवा को भी शराब पीने के लिए इन्वाइट किया। इसके बाद तीनों गांव के नगर पुल के पास पहुंचे और शराब पीनी शुरू कर दी।
लेकिन इस बीच सुखसागर सतनामी मोबाइल पर आए काल को अटैंड करने के लिए दोनों से कुछ दूर चला गया। वापस लौटा तो सुखसागर ने देखा कि शिवा और रूपेश की तबीयत बिगड़ चुकी थी। इसके बाद दोनों को हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।