नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच हुए सीमा समझौते और सैनिकों के विवादित पॉइंट्स से पीछे हटने के बाद दोनों देशों के रिश्तों में नई गर्माहट महसूस की जा रही है। गुरुवार को दिवाली के अवसर पर भारत और चीन के सैनिकों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर कई सीमा बिंदुओं पर मिठाइयों का आदान-प्रदान किया। गौरतलब है कि एक दिन पहले ही भारत और चीन के बीच टकराव का मुद्दा बने डेमचोक और देपसांग इलाकों से दोनों देशों के सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया पूरी हुई है।
एलएसी पर पांच पॉइंट्स पर बांटी गईं मिठाइयां
रिपोर्ट्स के अनुसार, एलएसी पर पांच सीमा कार्मिक बैठक (बीपीएम) बिंदुओं पर भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच दिवाली के अवसर पर मिठाइयों का आदान-प्रदान हुआ। दोनों पक्षों के सैनिकों ने दो टकराव बिंदुओं डेमचोक और देपसांग से सैनिकों की वापसी पूरी कर ली है और जल्द ही इन बिंदुओं पर गश्त शुरू हो जाएगी। हालांकि सैनिकों के पीछे हटने के बाद सत्यापन प्रक्रिया जारी है और ग्राउंड कमांडर्स के बीच अभी गश्त के तौर-तरीकों पर फैसला किया जाना है। रिपोर्ट्स में कहा गया है कि अभी स्थानीय कमांडर स्तर पर बातचीत जारी रहेगी।
21 अक्तूबर को भारत चीन के बीच सीमा समझौते का हुआ था एलान
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने 21 अक्टूबर को दिल्ली में एलान किया कि पिछले कई हफ्तों से चल रही बातचीत के बाद भारत और चीन के बीच एक समझौते को अंतिम रूप दिया गया है और इससे 2020 में उठे मुद्दों का समाधान निकलेगा। पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर गश्त और सैनिकों के पीछे हटने पर समझौते को अंतिम रूप दिया गया, जो चार साल से चल रहे गतिरोध को खत्म करने की दिशा में एक बड़ी सफलता है।
रक्षा मंत्री बोले- सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया लगभग पूरी
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख में LAC (वास्तविक नियंत्रण रेखा) पर भारत और चीन की ओर से सैनिकों को वापस बुलाने की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। उन्होंने कहा, ‘समझौते में पारंपरिक क्षेत्रों में गश्त और चराई से संबंधित अधिकार शामिल हैं। इस सहमति के आधार पर, वापसी की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। हम केवल वापसी से आगे बढ़ने का प्रयास करेंगे, लेकिन इसके लिए हमें थोड़ा और इंतजार करना होगा।’