मुम्बई : महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के लिए बीजेपी के नेतृत्व वाले महायुति और विपक्षी गठबंधन एमवीए ने अपने-अपने पत्ते बिछा दिए हैं. दोनों की ओर से उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल कर दिया है और इनके बीच कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी.
महाराष्ट्र में 288 विधानसभा सीटों के लिए मंगलवार (29 अक्टूबर) को नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद सत्तारूढ़ महयुति और विपक्षी एमवीए के प्रमुख राजनीतिक दलों सहित लगभग 8,000 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किए.
कौन कितनी सीटों पर लड़ रहा चुनाव?
सत्तारूढ़ बीजेपी 148 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है. उसके बाद कांग्रेस है जो 103 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने 80 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि उपमुख्यमंत्री अजित पवार की एनसीपी ने 20 नवंबर को होने वाले चुनावों के लिए 53 उम्मीदवारों को नामित किया है. उन्होंने मालेगांव सेंट्रल और शिवड़ी में उम्मीदवार नहीं उतारे हैं.
एमवीए में कांग्रेस 103 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, उसके बाद उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) 89 और शरद पवार की एनसीपी (एसपी) 87 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. छह सीटें अन्य एमवीए सहयोगियों को दी गई हैं.
उम्मीदवारों के नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 22 अक्टूबर को शुरू हुई और यह 29 अक्टूबर को खत्म हो गई. नामांकन पत्रों का सत्यापन और जांच बुधवार (30 अक्टूबर) को हुई और उम्मीदवारी वापस लेने की अंतिम तिथि 4 नवंबर (दोपहर 3 बजे तक) है. वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगी.
महाराष्ट्र की किन सीटों पर होगा महामुकाबला?
अहेरी- इस सीट पर धर्मराव बाबा अत्राम (एनसीपी अजीत पवार) बनाम भाग्यश्री अत्राम (एनसीपी शरद पवार) बनाम अंबरीशराव अत्राम (निर्दलीय) के बीच टक्कर है.
मौजूदा विधायक: धर्मरावबाबा अत्राम (एनसीपी अजीत पवार) हैं.
निर्वाचन क्षेत्र: विधानसभा सीट माओवादी की गढ़चिरौली-चिमूर लोकसभा सीट का हिस्सा है -प्रभावित क्षेत्र और यहां गोंड जनजाति की काफी आबादी है.
मुकाबला: चार बार के विधायक और मंत्री धर्मराव बाबा आत्राम अपनी बेटी भाग्यश्री आत्राम-हलगेकर, जो एनसीपी (एसपी) की उम्मीदवार हैं से मुकाबला करेंगे. आत्राम के भतीजे अम्बरीशराव, जो भाजपा के पूर्व मंत्री हैं, इस बीच निर्दलीय के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं. आत्राम गोंड जनजाति से आते हैं.
बारामती- अजित पवार (एनसीपी अजित पवार) बनाम युगेंद्र पवार (एनसीपी शरद पवार).
वर्तमान विधायक: अजित पवार (संयुक्त एनसीपी).
निर्वाचन क्षेत्र: पवार का गढ़ पुणे जिले में बारामती लोकसभा सीट का हिस्सा है.
मुकाबला: यह एक बार फिर पवार बनाम पवार है. सबसे पहले पार्टी अजित पवार और शरद पवार गुटों में विभाजित हो गई. फिर लोकसभा चुनाव में पवारों के बीच मुकाबला हुआ, जिसमें शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार के खिलाफ जीत दर्ज की. अब बारामती के वफादार चेहरे अजित पवार का मुकाबला अपने भतीजे युगेंद्र से होगा, जिन्हें पवार सीनियर का समर्थन मिला हुआ है.
मानखुर्द-शिवाजीनगर- शिवाजी पाटिल (शिंदे सेना) बनाम नवाब मलिक (एनसीपी) अजित पवार बनाम अबू आजमी (समाजवादी पार्टी).
निवर्तमान विधायक: अबू आजमी (सपा)
निर्वाचन क्षेत्र: मुख्य रूप से मुस्लिम बहुल इस निर्वाचन क्षेत्र में देश का सबसे पुराना और सबसे बड़ा लैंडफिल, देवनार डंपिंग ग्राउंड है. यह विधानसभा सीट मुंबई उत्तर पूर्व लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है.
मुकाबला: महायुति के लिए शर्मिंदगी की बात यह है कि मलिक, जो दाऊद इब्राहिम और उसके सहयोगी छोटा शकील, टाइगर मेमन से जुड़े एक मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच का सामना कर रहे हैं, उन्होंने यहां अपना नामांकन दाखिल किया है, जबकि शिंदे सेना ने शिवाजी पाटिल (बुलेट पाटिल) को उम्मीदवार बनाया है. मलिक तीन बार विधायक रह चुके हैं और एमवीए सरकार में मंत्री थे. उन्हें प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत गिरफ्तार किया था. मलिक को इस साल जुलाई में मेडिकल आधार पर जमानत दी गई थी.
वर्ली- मिलिंद देवड़ा (शिंदे सेना) बनाम आदित्य ठाकरे (सेना यूबीटी)
निवर्तमान विधायक: आदित्य ठाकरे (शिवसेना यूबीटी)
निर्वाचन क्षेत्र: यह सीट अब उद्धव ठाकरे के लिए प्रतिष्ठा की सीट बन गई है, यह मुंबई दक्षिण लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है.
मुकाबला: ठाकरे जहां अपने पिता उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में शुरू की गई पहलों पर आश्वस्त हैं, जिनमें बीडीडी चॉल पुनर्विकास और वर्ली-सिवरी परियोजना शामिल हैं, वहीं देवड़ा को “बलि का बकरा” कहा जा रहा है. पूर्व कांग्रेस नेता और केंद्रीय राज्य मंत्री देवड़ा इस साल लोकसभा चुनाव से पहले शिवसेना में शामिल हुए और बाद में राज्यसभा के लिए चुने गए.
माहिम- महेश सावंत (शिवसेना यूबीटी) बनाम सदा सरवरकर (एकशिंदे सेना) बनाम अमित ठाकरे (एमएनएस)
निवर्तमान विधायक: सदा सरवरकर (शिवसेना – एकनाथ शिंदे)
निर्वाचन क्षेत्र: यह विधानसभा सीट मुंबई दक्षिण मध्य लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है. यहां शिवसेना भवन है, जो अब शिवसेना यूबीटी मुख्यालय है और प्रतिष्ठित शिवाजी पार्क है.
मुकाबला: इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा. शिंदे सेना के सरवरकर और यूबीटी के महेश सावंत के बीच एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे के बेटे अमित की उम्मीदवारी ने इस लड़ाई को और भी रोमांचक बना दिया है.
मुम्बादेवी- शाइना एनसी (शिंदे सेना) बनाम अमीन पटेल (कांग्रेस)
निवर्तमान विधायक: अमीन पटेल (कांग्रेस)
निर्वाचन क्षेत्र: यह मुंबई दक्षिण लोकसभा सीट का हिस्सा है, जिसका प्रतिनिधित्व 2009 से कांग्रेस कर रही है.
मुकाबला: कांग्रेस के पटेल के खिलाफ शिंदे सेना से बीजेपी नेता शाइना एनसी के नाम की घोषणा एक आश्चर्य के रूप में आई. मुस्लिम बहुल इस निर्वाचन क्षेत्र में अमीन पटेल 2009 से अपराजित हैं. 2019 में पटेल ने शिवसेना (अविभाजित) के उम्मीदवार पांडुरंग सकपाल को करीब 23,000 वोटों से हराया था.
शिवडी- अजय चौधरी (सेना यूबीटी) बनाम बाला नंदगांवकर (एमएनएस)
निवर्तमान विधायक: अजय चौधरी (शिवसेना)
निर्वाचन क्षेत्र: मुंबई लोकसभा सीट का हिस्सा, यह शिवसेना का गढ़ माना जाता है.
मुकाबला: महायुति ने यहां अपना उम्मीदवार नहीं उतारा है, लेकिन एमएनएस के लोकप्रिय चेहरे नंदगांवकर को इस कदम से फायदा मिलने की उम्मीद है. 2014 से इस सीट पर कब्जा जमाए बैठे चौधरी को इस गढ़ पर पूरा भरोसा है.
बोरीवली- संजय उपाध्याय (बीजेपी) बनाम संजय भोसले (शिवसेना यूबीटी) बनाम गोपाल शेट्टी (निर्दलीय)
निवर्तमान विधायक: सुनील राणे (बीजेपी)
निर्वाचन क्षेत्र: मुंबई उत्तर लोकसभा सीट का हिस्सा, यह विधानसभा क्षेत्र दशकों से बीजेपी का गढ़ रहा है.
मुकाबला: बीजेपी ने संजय उपाध्याय को मैदान में उतारा है, जबकि यूबीटी ने संजय भोसले को चुना है. इस मुकाबले को दिलचस्प बनाने वाली बात है गोपाल शेट्टी की निर्दलीय उम्मीदवारी. शेट्टी बीएमसी के पूर्व पार्षद, उप महापौर, बोरीवली से सात बार विधायक और मुंबई उत्तर से दो बार सांसद रह चुके हैं. बीजेपी की ओर से उपाध्याय को टिकट दिए जाने से नाराज शेट्टी महायुति के वोट काट सकते हैं, जिसे वे “बाहरी” कहते हैं.
ऐरोली- गणेश नाइक (बीजेपी) बनाम विजय चौघुले (शिंदे सेना) बनाम एमके माधवी (सेना यूबीटी)
निवर्तमान विधायक: गणेश नाइक (बीजेपी)
निर्वाचन क्षेत्र: यह विधानसभा सीट ठाणे लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है.
मुकाबला: नाइक बनाम माधवी की लड़ाई की उम्मीद थी, लेकिन नवी मुंबई शिवसेना प्रमुख चौघुले के आने से महायुति के भीतर दरार पैदा हो गई है और इससे उनकी संभावनाओं पर असर पड़ सकता है. हालांकि, नाइक का कहना है कि आंतरिक विद्रोह से उनके मतदाता आधार पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
कल्याण पश्चिम- विश्वनाथ भोईर (शिंदे सेना) बनाम सचिन बसरे (सेना यूबीटी) बनाम नरेंद्र पवार (निर्दलीय) बनाम वरुण पाटिल (निर्दलीय)
निवर्तमान विधायक: विश्वनाथ भोईर (शिवसेना – एकनाथ शिंदे)
निर्वाचन क्षेत्र: ठाणे जिले की यह सीट शिवसेना का गढ़ मानी जाती है.
मुकाबला: इस सीट पर मुकाबला भोईर बनाम बसरे के बीच होने की उम्मीद थी, महायुति के भीतर लड़ाई है क्योंकि दो भाजपा नेता – पूर्व बीजेपी विधायक नरेंद्र पवार और बीजेपी के कल्याण शहर अध्यक्ष वरुण पाटिल भी मैदान में उतर आए हैं.
बाइकुला- यामिनी जाधव (शिंदे सेना) बनाम मनोज जमसुतकर (सेना यूबीटी) बनाम मधुकर चव्हाण (निर्दलीय)
निवर्तमान विधायक: यामिनी जाधव (शिवसेना – एकनाथ शिंदे)निर्वाचन क्षेत्र: मुंबई दक्षिण लोकसभा सीट का हिस्सा, यह एक मुस्लिम बहुल निर्वाचन क्षेत्र है.
बेलापुर- मंदा विजय म्हात्रे (बीजेपी) बनाम संदीप नाइक (एनसीपी शरद पवार)
निवर्तमान विधायक: मंदा म्हात्रे (बीजेपी)
निर्वाचन क्षेत्र: नवी मुंबई की यह विधानसभा सीट बीजेपी का गढ़ है.
मुकाबला: म्हात्रे 2014 से इस सीट पर काबिज हैं, जबकि नवी मुंबई के बीजेपी जिला प्रमुख और दो बार के विधायक नाइक टिकट के लिए एनसीपी शरद पवार के साथ शामिल हो गए हैं. मुकाबला कांटे का होने वाला है.
बांद्रा पूर्व- जीशान सिद्दीकी (एनसीपी अजित पवार) बनाम वरुण सरदेसाई (शिवसेना यूबीटी) बनाम तृप्ति सावंत (एमएनएस)
निवर्तमान विधायक: जीशान सिद्दीकी (कांग्रेस)
निर्वाचन क्षेत्र: मुंबई उत्तर मध्य लोकसभा सीट का हिस्सा, बांद्रा पूर्व सीट में व्यापारिक जिला बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स और ठाकरे का मातोश्री निवास है और झुग्गी बस्तियों में मराठी और मुस्लिम इलाकों का मिश्रण है.
मुकाबला: एमएनएस उम्मीदवार सावंत के आने से पूर्व शिवसेना के गढ़ में लड़ाई दिलचस्प हो गई है. उद्धव ठाकरे के भतीजे सरदेसाई का मुकाबला सिद्दीकी से है, जो अपने पिता और एनसीपी नेता अजित पवार नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद सहानुभूति फैक्टर पर सवार हैं.