छत्तीसगढ़

राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप की ऐतिहासिक जीत, भारत समेत कई देशों ने दी बधाई 

वॉशिंगटन।अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की जीत का औपचारिक एलान हो चुका है। समाचार एजेंसी एपी के मुताबिक अधिकांश मतगणना पूरी हो चुकी है और रिपब्लिकन प्रत्याशी ट्रंप को विजेता घोषित किया गया है। स्थानीय समय के मुताबिक बुधवार शाम 4 बजे तक घोषित परिणाम के अनुसार ट्रंप को 277 इलेक्टोरल वोट मिले हैं। रिपब्लिकन उम्मीदवार ट्रंप की प्रतिद्वंद्वी और डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रत्याशी कमला हैरिस को 224 वोट मिले हैं।

पीएम मोदी ने ट्रंप को दी जीत की बधाई

राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत तय होने के बाद भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रंप को बधाई दी है। प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा कि ‘मेरे दोस्त डोनाल्ड ट्रंप को ऐतिहासिक चुनावी जीत पर हार्दिक बधाई। जैसा कि आप अपने पिछले कार्यकाल की सफलताओं को आगे बढ़ा रहे हैं, मैं भारत-अमेरिका संबंधों और रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए हमारे सहयोग की आशा करता हूं। आइए हम सब मिलकर अपने लोगों की बेहतरी के लिए काम करें और वैश्विक शांति, स्थिरता और समृद्धि को बढ़ावा दें।’

ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने ट्रंप को दी बधाई

ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने भी डोनाल्ड ट्रंप को जीत के लिए बधाई दी है। भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद कीर स्टार्मर भी उन वैश्विक नेताओं में शामिल हो गए हैं, जिन्होंने ट्रंप को जीत की बधाई दी है। कीर स्टार्मर ने कहा कि ट्रंप के जीत हासिल करने के बाद ब्रिटेन और अमेरिका के बीच विशेष संबंध नए अमेरिकी प्रशासन के तहत भी समृद्ध होंगे। 

लंदन में 10 डाउनिंग स्ट्रीट द्वारा जारी एक बयान में स्टार्मर ने कहा, ‘आपके ऐतिहासिक चुनाव जीत पर राष्ट्रपति-चुनाव ट्रंप को बधाई। मैं आने वाले वर्षों में आपके साथ काम करने के लिए उत्सुक हूं। सबसे करीबी सहयोगी के रूप में, हम स्वतंत्रता, लोकतंत्र और उद्यम के अपने साझा मूल्यों की रक्षा के लिए कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। विकास और सुरक्षा से लेकर नवाचार और तकनीक तक, मुझे पता है कि आने वाले वर्षों में अटलांटिक के दोनों तरफ ब्रिटेन-अमेरिका के विशेष संबंध समृद्ध होते रहेंगे।’

रूस ने अमेरिकी चुनाव में हस्तक्षेप के आरोपों से किया इनकार

अमेरिका स्थित रूसी दूतावास ने एक बयान जारी कर अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में दखलअंदाजी के आरोप को सिरे से खारिज कर दिया है। दरअसल मंगलवार को अमेरिका के कई राज्यों के मतदान केंद्रों पर बम होने की खबरें सामने आईं थी। हालांकि जांच में ये सूचना झूठी पाई गई। इसके चलते कई मतदान केंद्रों को अस्थायी तौर पर बंद करना पड़ा था। अमेरिकी खुफिया एजेंसी ने कहा है कि बम की झूठी धमकी ईमेल के जरिए दी गई और ये ईमेल रूस के डोमेन से भेजे गए थे।