मुम्बई : भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में 0-3 से हार के बाद आलोचना के घेरे में आ गए हैं। घर में लगातार तीन टेस्ट हारने के बाद रोहित शर्मा की अगुआई वाली टीम की पूर्व क्रिकेटरों और फैंस ने जमकर आलोचना की। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने कप्तान रोहित शर्मा, चयन समिति के अध्यक्ष अजीत अगरकर और गंभीर के अलावा बीसीसीआई सचिव जय शाह और अध्यक्ष रोजर बिन्नी के साथ सीरीज की हार की समीक्षा की। कई मसलों पर चर्चा हुई और न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट में दावा किया गया कि टीम के संबंध में कुछ फैसलों को लेकर गंभीर और थिंक टैंक फिलहाल एक मत पर नहीं हैं।
सूत्र ने कहा, ‘अभी यह पुष्टि नहीं हुई है कि गंभीर के कोचिंग के तौर-तरीके पर सवाल उठाए गए या नहीं, लेकिन भारतीय टीम के थिंक टैंक और मुख्य कोच की सोच समान नहीं हैं।’ रिपोर्ट के मुताबिक, टेस्ट टीम में टी20 विशेषज्ञ आलराउंडर नीतीश रेड्डी और तेज गेंदबाज हर्षित राणा का चयन सर्वसम्मत नहीं है क्योंकि दोनों ने रणजी ट्राफी में सिर्फ 10-10 मैच ही खेले हैं।
तेज गेंदबाज हर्षित राणा और ऑलराउंडर नीतीश रेड्डी आईपीएल 2024 में शीर्ष प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी रहे थे, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज के लिए उन्हें शामिल करने से कथित तौर पर टीम में मतभेद हुआ है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इन दोनों खिलाड़ियों के अनुभव की कमी का मतलब है कि दोनों को सर्वसम्मत समर्थन नहीं मिला। इस दौरान गंभीर की कोचिंग शैली पर भी चर्चा हुई जो पूर्व कोच राहुल द्रविड़ से काफी अलग है और टीम को इसकी आदत हो रही है।
रिपोर्ट के मुताबिक, ‘बैठक छह घंटे तक चली जो निश्चित रूप से इस तरह की हार के बाद होना ही था। भारत ऑस्ट्रेलिया का दौरा करने जा रहा है और बीसीसीआई निश्चित तौर पर टीम को पटरी पर लाना चाहता है और वह जानना चाहेगा कि थिंक टैंक (गंभीर-रोहित अगरकर) इसको लेकर किस तरह से काम कर रहे हैं।’