नईदिल्ली : भारत में दो प्रमुख राज्य महाराष्ट्र और झारखंड में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है. 20 नवंबर को महाराष्ट्र और 13 और 20 नवंबर को झारखंड में मतदान होंगे. दोनों राज्यों में 23 नवंबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे. इन चुनावों से पहले, एक मैटराइज सर्वे सामने आया है, जो इन राज्यों में सत्ता की दिशा और गठबंधनों के भविष्य का साफ संकेत दे रहा है.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों से पहले किए गए मैटराइज सर्वे के अनुसार, राज्य में भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन को स्पष्ट बढ़त मिलती नजर आ रही है. सर्वे में अनुमान जताया गया है कि महायुति को 145 से 165 सीटें मिल सकती हैं, जबकि विपक्षी महाविकास अघाड़ी (एमवीए) को 106 से 126 सीटों तक ही सिमटने की संभावना है. भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन को 47 प्रतिशत वोट शेयर मिलने का अनुमान है, जबकि कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन को 41 प्रतिशत वोट शेयर मिलने की संभावना है. सर्वे के मुताबिक, भाजपा को पश्चिमी महाराष्ट्र, विदर्भ और ठाणे-कोंकण क्षेत्रों में भारी जनसमर्थन मिल रहा है, जहां उसे क्रमशः 48%, 48% और 52% वोट मिलने की संभावना है.
झारखंड में भाजपा गठबंधन को मिलेगी जीत
झारखंड विधानसभा चुनाव में भी सत्ता परिवर्तन की संभावना जताई जा रही है. मैटराइज सर्वे के अनुसार, भाजपा गठबंधन राज्य में सत्ता हासिल कर सकता है. सर्वे में अनुमान जताया गया है कि भाजपा को 45 से 50 सीटें मिल सकती हैं, जबकि झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के नेतृत्व वाले गठबंधन को 18 से 25 सीटों तक सीमित रहने का अनुमान है. झारखंड में हर पांच साल में सत्ता परिवर्तन होने का इतिहास रहा है, और इस बार भी भाजपा के नेतृत्व वाला गठबंधन प्रमुखता से उभर सकता है. वोट शेयर में भाजपा गठबंधन को 53 प्रतिशत से अधिक वोट मिलने की उम्मीद है, जबकि जेएमएम- कांग्रेस और आरजेडी गठबंधन का वोट शेयर 27.9 प्रतिशत रहने का अनुमान है.
मुख्यमंत्री के रूप में शिंदे और मरांडी की बढ़ती लोकप्रियता
महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद के लिए एकनाथ शिंदे सबसे पसंदीदा चेहरा बने हुए हैं. एक सर्वे में 40% लोगों ने शिंदे को सीएम के रूप में समर्थन दिया है, जबकि उद्धव ठाकरे को 21% और देवेंद्र फडणवीस को 19% लोगों ने पसंदीदा सीएम चेहरे के रूप में चुना. झारखंड में भी मुख्यमंत्री पद के लिए बाबूलाल मरांडी की लोकप्रियता बढ़ रही है. राज्य के लगभग 44% लोग उन्हें सीएम पद के लिए पसंद करते हैं, जबकि हेमंत सोरेन को 30% समर्थन मिला है.
वोट शेयर और क्षेत्रीय प्रदर्शन
वोट शेयर के हिसाब से भी दोनों राज्यों में भाजपा को मजबूत स्थिति में दिखाया जा रहा है. महाराष्ट्र में भाजपा नेतृत्व वाले गठबंधन को अधिकतर क्षेत्रों में भारी समर्थन मिल रहा है, जबकि झारखंड में भाजपा को कोल्हान और पलामू क्षेत्रों में अपनी बढ़त बनाने का अनुमान है.