नईदिल्ली : भारतीय टीम के चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान की यात्रा करने से इनकार करने के बाद चीजें तेजी से बदल रही हैं। एक तरफ पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) क्रिकेट की वैश्विक संस्था आईसीसी से इस मामले में स्पष्टीकरण चाहता है। वहीं, आईसीसी ने पाकिस्तान से इस टूर्नामेंट का आयोजन हाइब्रिड मॉडल के तर्ज पर कराने को लेकर जवाब मांगा है।
वनडे प्रारूप में खेले जाने वाले चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन अगले साल फरवरी में होना है, लेकिन भारतीय टीम इसके लिए पड़ोसी देश की यात्रा नहीं करेगी। पीसीबी ने रविवार को पुष्टि की थी उसे आईसीसी से इस बारे में ई-मेल मिला है। पीसीबी ने सोमवार को बीसीसीआई के इस फैसले पर कोई टिप्पणी नहीं की, लेकिन सूत्रों के अनुसार आईसीसी ने पीसीबी से पूछा है कि क्या उसे हाइब्रिड मॉडल स्वीकार्य है जिसमें भारत के मैच और फाइनल दुबई में खेले जाएंगे। आईसीसी ने यह भी कहा कि इसके तहत उसे पूरी मेजबानी फीस और अधिकांश मैच मिलेंगे।
हाइब्रिड मॉडल के लिए तैयार है भारत
अगर पीसीबी चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी से पीछे नहीं हटता है तो यह तय है कि भारत के मैच यूएई में और फाइनल दुबई में होगा। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने आईसीसी से कहा है कि उसे हाइब्रिड मॉडल स्वीकार्य है बशर्ते फाइनल दुबई में हो, पाकिस्तान में नहीं।
पीसीबी के मेजबानी से हटने पर क्या होगा?
ऐसा भी माना जा रहा है कि पीसीबी इसके विरोध में चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी से इनकार कर सकता है। सूत्र ने कहा कि ऐसी स्थिति में पूरा टूर्नामेंट दक्षिण अफ्रीका में कराया जा सकता है। ऐसा पहली बार नहीं है जब कोई टूर्नामेंट हाइब्रिड मॉडल पर कराए जाने की चर्चा चल रही है। इससे पहले पिछले साल एशिया कप में हाइब्रिड मॉडल अपनाया गया था जब फाइनल सहित भारत के मैच श्रीलंका में और बाकी सारे मैच पाकिस्तान में हुए थे। उस वक्त भी भारत ने एशिया कप के लिए पाकिस्तान जाने से इनकार कर दिया था।
पीसीबी ने हाइब्रिड मॉडल पर क्या कहा था?
इससे पहले, पीसीबी के एक सूत्र ने कहा था कि बोर्ड चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी को लेकर आईसीसी से स्पष्टीकरण मांगेगा क्योंकि उसे सिर्फ बताया गया है कि भारतीय टीम टूर्नामेंट के लिए नहीं आएगी, लेकिन हाइब्रिड मॉडल के प्रस्ताव पर कोई जानकारी नहीं दी गई है। सूत्र ने कहा था, चैंपियंस ट्रॉफी हाइब्रिड मॉडल पर कराने को लेकर कोई बात नहीं हुई है।
भारत ने 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमले के बाद से पाकिस्तान की यात्रा नहीं की है। दोनों टीमों के बीच लंबे समय से द्विपक्षीय सीरीज भी नहीं खेली जा रही है। भारत और पाकिस्तान की टीमें सिर्फ आईसीसी या एशिया कप जैसे बहुराष्ट्रीय टूर्नामेंट में ही एक दूसरे के खिलाफ खेलते हैं।