छत्तीसगढ़

खरगे बोले- कांग्रेस ने नहीं कही अनुच्छेद 370 को बहाल करने की बात, झूठ फैला रहे अमित शाह

मुम्बई : अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बृहस्पतिवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के इस बयान का विरोध किया कि कांग्रेस जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को बहाल करना चाहती है। खरगे ने कहा कि अमित शाह झूठ फैला रहे हैं, कांग्रेस में किसी ने ऐसा नहीं कहा। खरगे ने कहा कि भाजपा समाज को बांटने के लिए अनुच्छेद 370 के मुद्दे को समाज को विभाजन के वास्ते चर्चा में बनाए रखना चाहती है।

कश्मीर जाकर उठाइए अनुच्छेद 370 का मुद्दा
पुणे में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए खरगे ने कहा, अमित शाह चुनावी रैलियों में कांग्रेस पर झूठ फैलाने का आरोप लगाते हैं, लेकिन वे खुद कह रहे हैं कि काग्रेस अनुच्छेद 370 को फिर से लाना चाहती है। मुझे बताइए, किसने और कब ऐसा कहा? आप यह मुद्दा क्यों उठा रहे हैं? अगर यह (अनुच्छेद 370 को निरस्त करने का प्रस्ताव) पहले ही संसद में पारित हो चुका था, तो अब यह मुद्दा क्यों उठाते हैं? इसका मतलब है कि आप इसे सिर्फ समाज में विभाजन पैदा करने के लिए उठाते हैं। अगर आपको यह कहा है, तो कश्मीर जाकर कहिए। कश्मीर में चुनाव खत्म हो चुके हैं। 

अगस्त 2019 में निरस्त किया गया था अनुच्छेद 370
अनुच्छेद 370 कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देता था, जिसे पांच अगस्त 2019 को भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने निरस्त कर दिया था। कांग्रेस नेशनल कांफ्रेंस (एनसी) के साथ मिलकर जम्मू-कश्मीर में सत्ता में है। हाल ही में जम्मू-कश्मीर विधानसभा ने एक प्रस्ताव पारित किया है, जिसमें केंद्र से राज्य को विशेष दर्जे की बहाली की मांग की गई। 

‘बटेंगे तो कटेंगे’ नारे को लेकर भाजपा पर किया पलटवार
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए खरगे ने कहा कि भाजपा नेता कह रहे हैं कि ‘बटेंगे तो कंटेंगे’। ऐसा नारा क्यों दिया जा रहा है? देश एकजुट है। कांग्रेस ने देश को एकजुट रखने के लिए काम किया। (पूर्व प्रधानमंत्री) इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने इसके लिए अपनी जान दे दी। महात्मा गांधी की हत्या कर दी गई। कांग्रेस ने इसके लिए बलिदान दिए, लेकिन आप (भाजपा) न तो देश की एकता के लिए लड़े, न ही देश की आजादी के लिए और न ही गरीबों के लिए। 

‘कांग्रेस ने की थी संविधान में आरक्षण की व्यवस्था’
खरगे ने यह भी कहा कि यह कांग्रेस ही थी जिसने संविधान में आरक्षण की व्यवस्था की थी, क्योंकि पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और बाबा साहेब अंबेडकर ने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लिए नौकरी और शिक्षा में आरक्षण की मंजूरी दी थी। लेकिन भाजपा अभी भी आरक्षण के मुद्दे को उठा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा  नेहरू, अंबेडकर, पटेल और सुभाष चंद्र बोस जैसे भारत के बड़े सियासी नेताओं को एक-दूसरे के खिलाफ खड़ा करने की कोशिश कर रही है। भाजपा कहती है कि बाबासाहेब अंबेडकर यह कहना चाहते थे, लेकिन नेहरू ने यह किया। पटेल ने यह कहा था और बोस ने यह कहा था। जब ये लोग जिंदा थे, तो आप संविधान के खिलाफ थे। आप अपने कार्यालय में राष्ट्रीय ध्वज तक नहीं रखते थे। 

‘देश की एकता के लिए हर कुर्बानी के लिए तैयार कांग्रेस’
कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी कहा कि कांग्रेस देश को एकजुट रखना चाहती है और इसके लिए किसी भी तरह की कुर्बानी देने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि देश के केवल पांच फीसदी लोग 62 फीसदी संपत्ति के मालिक हैं, जबकि 50 फीसदी  लोगों के पास केवल तीन फीसदी संपत्ति है। इस असमानता को कम करने के बजाय मोदी जी अपने मित्रों को फायदा पहुंचाने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों को बेचने का काम कर रहे हैं। 

‘खोके पर नहीं, डोके पर कांग्रेस का भरोसा’
उन्होंने आगे कहा, अगर कांग्रेस और विपक्षी महा विकास अघाड़ी महाराष्ट्र में सत्ता में आती है, तो वह अपने वचन पत्र में किए गए वादों को पूरा करेंगे। हमें सत्ता दीजिए, हम बजट देंगे। हम बजट के हिसाब से काम करते हैं। हम खोके नहीं, बल्कि डोके (सोच) में भरोसा करते हैं। हमारे पास दिमाग है और उनके पास खोके हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक में चुनावी वादों को सफलतापूर्वक लागू किया है। खरगे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कांग्रेस और उसके वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी को अपशब्द कहने का आरोप लगाया।