छत्तीसगढ़

 मैतेई समुदाय के छह लोगों के शव मिलने के बाद मणिपुर में हालात नाजुक, कर्फ्यू जारी, इंटरनेट बंद

Situation calm but tense in Manipur curfew remains imposed internet suspended news and updates

इंफाल। मणिपुर में हालात लगातार नाजुक बने हुए हैं। सैन्य बलों के अभियान में कुकी-जो समुदाय के 10 विद्रोहियों के मारे जाने के बाद जिरिबाम में मैतेई समुदाय के छह लोगों की लाशें मिलने से पूरे राज्य में जबरदस्त तनाव है। बताया गया है कि आतंकियों की तरफ से मैतेई समुदाय की तीन महिलाओं और तीन बच्चों का एक कैंप से कथित तौर पर अपहरण करने के बाद इन्हें मौत के घाट उतार दिया गया था। इसके बाद से ही पूरे क्षेत्र में हिंसा भड़क उठी और मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के दामाद समेत कई विधायकों और नेताओं के घरों को निशाना बनाया गया। 

जिरिबाम में शनिवार को दो महिलाओं और एक बच्चे का शव बराक नदी से मिला था। वहीं, एक महिला और दो बच्चों की लाश इससे पहले शुक्रवार रात को बरामद की गई थी। इसके बाद भड़की हिंसा के चलते फिलहाल इंफाल घाटी क्षेत्र में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लागू है और इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं। 

इंफाल में कैसे रहे हालात?
मणिपुर की राजधानी इंफाल में शनिवार को प्रदर्शनकारियों ने सरकार के तीन मंत्रियों और छह विधायकों के घरों पर हमला किया था। इनमें भाजपा विधायक और एन. बीरेन सिंह के दामाद आरके इमो का घर भी शामिल था। गुस्साई भीड़ ने कई संपत्तियों में आग भी लगा दी थी। सुरक्षाबलों ने इन्हें रोकने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े थे। रविवार को सड़क पर इसी हिंसा से जुड़े कई निशान देखे गए। यहां जिन जगहों पर तोड़फोड़ की गई, वहां मलबा वैसा ही पड़ा दिखा। 

और किन नेताओं के घर को बनाया गया निशाना?
जिन मंत्रियों के घरों में तोड़फोड़ हुई उनमें सपम रंजन, एल सुसिंड्रो सिंह और वाई खेमचंद शामिल हैं। पुलिस के मुताबिक, कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने के कारण इंफाल घाटी के इंफाल पूर्व और पश्चिम, बिष्णुपुर, थौबल और काकचिंग जिलों में अनिश्चित काल के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया।

एक अन्य अधिकारी ने बताया कि राज्य प्रशासन ने राज्य के मंत्रियों और विधायकों के आवासों में घुसे प्रदर्शनकारियों के मद्देनजर शनिवार शाम को सात जिलों में इंटरनेट सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित कर दी हैं।

पुलिस ने बताया कि इंफाल पश्चिम जिले के लामफेल सनाकेथेल में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री सपम रंजन के आवास पर भीड़ ने धावा बोल दिया। लामफेल सनाकेथेल विकास प्राधिकरण के प्रतिनिधि डेविड ने संवाददाताओं से कहा, “सपम ने हमें आश्वासन दिया कि तीन लोगों की हत्या से संबंधित मुद्दों पर कैबिनेट बैठक में चर्चा की जाएगी और अगर सरकार जनता की भावनाओं का सम्मान करने में विफल रहती है तो मंत्री अपना इस्तीफा दे देंगे।”

पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने इंफाल पूर्वी जिले के खुरई इलाके में उपभोक्ता मामले और सार्वजनिक वितरण मंत्री एल सुसिंड्रो सिंह के आवास पर हमले का प्रयास किया। इस स्थिति में सुरक्षा बलों को प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल करना पड़ा।

इसके अलावा प्रदर्शनकारियों ने इंफाल पश्चिम जिले के सिंगजामेई इलाके में नगर प्रशासन आवास विकास मंत्री वाई खेमचंद के आवास को भी निशाना बनाया। इंफाल पश्चिम जिले के सागोलबंद इलाके में प्रदर्शनकारियों ने भाजपा विधायक आरके इमो के आवास के सामने इकट्ठा होकर नारे लगाए। इमो मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के दामाद भी हैं।

दोषियों को 24 घंटे में गिरफ्तार करने की मांग
प्रदर्शनकारियों ने विधानसभा से 200 मीटर दूर थंगमेईबंद इलाके में टायरों में आग लगा दी। उन्होंने सरकार से उचित कार्रवाई की मांग की और अधिकारियों से 24 घंटे के भीतर दोषियों को गिरफ्तार करने की मांग की।