नईदिल्ली। रविवार को रूस ने यूक्रेन पर बड़े पैमाने पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए, जिन्हें हाल के महीनों में सबसे बड़ा हमला बताया जा रहा है. इस हमले में उत्तरी यूक्रेन के सुमी शहर की एक नौ मंजिला इमारत को निशाना बनाया गया, जिसमें आठ लोगों की मौत हो गई और दर्जनों घायल हो गए.
यूक्रेन के आंतरिक मामलों के मंत्री इहोर क्लिमेंको के अनुसार, सुमी में मारे गए लोगों में दो बच्चे भी शामिल हैं. इस घटना के बाद 400 से अधिक लोगों को इमारत से सुरक्षित निकाला गया. बचावकर्मी अभी भी मलबे के अंदर फंसे लोगों की तलाश कर रहे हैं. क्लिमेंको ने कहा, “रूस द्वारा नष्ट किया गया हर जीवन एक बड़ी त्रासदी है.”
हमले का व्यापक प्रभाव
रूस ने इन हमलों में यूक्रेन के ऊर्जा बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया, जिससे देश के सर्दियों से पहले बिजली आपूर्ति को बाधित करने का उद्देश्य साफ होता है. यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने बताया कि रूस ने 120 मिसाइलें और 90 ड्रोन लॉन्च किए, जिनमें ईरानी निर्मित “शहीद” ड्रोन और अन्य प्रकार की बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलें शामिल थीं. यूक्रेन की वायु सेना ने दावा किया कि उसने 210 हवाई लक्ष्यों में से 144 को नष्ट कर दिया. इसके बावजूद मायकोलाइव में एक ड्रोन हमले में दो लोगों की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए.
अमेरिकी लंबी दूरी की मिसाइलों की मंजूरी
हमले के बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन को रूस के अंदर हमले के लिए अमेरिका द्वारा आपूर्ति की गई लंबी दूरी की मिसाइलों (ATACMS) का उपयोग करने की मंजूरी दी. यह निर्णय तब आया जब रूस ने कुर्स्क क्षेत्र में उत्तर कोरिया के हजारों सैनिकों को शामिल कर अपनी सैन्य क्षमता को बढ़ाने का प्रयास किया. यह पहली बार है जब अमेरिका ने रूसी क्षेत्र के अंदर पश्चिमी हथियारों के उपयोग की अनुमति दी है.