नईदिल्ली : रूस और यूक्रेन के बीच लंबे समय से चल रही जंग के चलते अब तीसरा विश्व युद्ध छिड़ने के आसार बनते नजर आ रहे हैं. रूस ने यूक्रेनी शहर डिनिप्रो पर 21 नवंबर,2024 को अपनी नई हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल ‘ओरेशनिक’ (हेज़ल ट्री) दागी. इस हमले को न केवल रूस की सैन्य शक्ति का प्रदर्शन बल्कि पश्चिमी देशों को एक कड़ी चेतावनी के रूप में देखा जा रहा है. यूक्रेनी सेना के अनुसार, डिनिप्रो शहर पर हमला किया गया और इस हमले में एक हाइपरसॉनिक मिसाइल और सात क्रूज मिसाइलें भी दागी गई.
रूस की नई हाइपरसोनिक मिसाइल “ओरेशनिक” एडवांस्ड हाइपरसोनिक टेक्नोलॉजी से लैस है जो अपने खतरनाक प्रदर्शन और परमाणु क्षमताओं के कारण सुर्खियों में है. इसमें हाइपरसोनिक गति है. यह मिसाइल ध्वनि की गति से कई गुना तेज गति से लक्ष्य पर वार करती है. इसकी दूरी और सटीकता का इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि अस्त्राखान क्षेत्र से दागी गई यह मिसाइल 700 किलोमीटर की दूरी तय करके डिनिप्रो तक पहुंची.
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस मिसाइल की परमाणु शक्ति का संकेत देते हुए इसे एक प्रभावशाली हथियार बताया है. यह मिसाइल रूस के सैन्य और टेक्नोलॉजिकल के सफल प्रयासों का प्रमाण है, जिसे पश्चिमी देशों के खिलाफ इस्तेमाल किया जा सकता है.
द्निप्रो हमला करने का क्या था लक्ष्य?
रूसी अधिकारियों ने दावा किया कि यह हमला यूक्रेन के मिलिट्री इंडस्ट्रियल स्ट्रक्चर को बर्बाद करने के लिए किया गया था. यूक्रेन के अनुसार, हमले में दो नागरिक घायल हुए, हमले में शहर के कई जगहों पर इंफ्रास्ट्रक्चर को काफी नुकसान पहुंचा है. यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने इस हमले को “गंभीर वृद्धि” और अंतरराष्ट्रीय शांति के लिए खतरा बताया है.
यूक्रेन और रूस के लिए आगे का रास्ता
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से कड़ी कार्रवाई और समर्थन की अपील की है. यूक्रेन ने पश्चिमी मिसाइलों के जरिए रूस को जवाब देने की तैयारी की है. वहीं, रूस ने यह साफ कर दिया है कि वह अपने सैन्य कदमों से पीछे नहीं हटेगा.पुतिन ने संकेत दिया है कि भविष्य में ऐसे और हमले किए जा सकते हैं. बता दें कि रूस ने गुरुवार (21 नवंबर ) को भी यूक्रेन के निप्रो शहर पर इंटरकॉन्टिनेंटल मिसाइलों से हमला किया था.