संभल: संभल में जामा मस्जिद का सर्वे करने पहुंची टीम को देख लोग भड़क गए. इस दौरान भीड़ ने जमकर पथराव और आगजनी की. जिसमें कई पुलिस वाले घायल हो गए और तीन लोगों की मौत हो गई. इस घटना पर श्री पंच जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर और शिव शक्ति धाम के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती गिरी का बड़ा बयान सामने आया है.
गाजियाबाद में बोले श्री पंच जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर महंत नरसिंहानंद सरस्वती गिरी ने कहा कि संभल में जो हुआ वह बेहद निराश करने वाला है. आज जिहादियों के भीड़ को इतना साहस हो गया कि पुलिस पर पत्थर चलाने लगे. उन्होंने कहा कि अभी तक केवल कश्मीर में फौज और पुलिस पर पत्थर चलाते थे.नरसिंहानंद सरस्वती गिरी ने समुदाय विशेष पर आरोप लगाते हुए कहा, “आज योगी आदित्यनाथ जैसा काबिल और योग्य मुख्यमंत्री है, इसके बावजूद इनका इतना साहस हो गया कि इन्होंने पुलिस पर पत्थर बरसाना शुरू कर दिया.”
नरसिंहानंद सरस्वती किया ये दावा
सर्वे को लेकर नरसिंहानंद सरस्वती गिरी ने कहा, “पुलिस की क्या गलती है. कोर्ट का एक निर्णय आया कि जिसको ये जामा मस्जिद कहते थी, जो पहले कथित तौर पर हरिहर मंदिर था. उसका सर्वे होना चाहिए.” उन्होंने कहा, “ये लोग सर्वे से क्यों डरते हैं क्योंकि उनके मन में चोर है. कहावत है ना चोर की दाढ़ी में तिनका.”
शिव शक्ति धाम के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती गिरी ने दावा किया कि अगर सर्वे होगा तो वहां मंदिर ही निकलेगा. दुनिया की सारी प्राचीन मस्जिदें किसी न किसी मंदिर या पूजा स्थल को तोड़कर बनाई गई हैं. यति नरसिंहानंद ने कहा, “यह जिहादी जिस देश में गए उस देश की इन्होंने दुर्गति कर दी.”
सपा सांसद पर लगाए गंभीर आरोप
इस मौके पर महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती गिरी ने सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अनुरोध है कि सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क के भूमिका की जांच हो. यति नरसिंहानंद दावा किया कि जियाउर्रहमान बर्क सांसद होकर लोगों को दंगे के लिए उकसा रहे हैं.
संभल हिंसा में यति नरसिंहानंद सरस्वती ने जियाउर्रहमान बर्क की भूमिका जांच कर सजा देने की मांग की है. उन्होंने कहा कि इस दंगे की पूरी जांच हो और जो भी इसमें दोषी हैं, उनमें से किसी को छोड़ा न जाए. इससे आगे किसी अपराधी की हिम्मत ना हो कि योगी के शासन में इस तरह का अपराध कर सके.