कोरिया। जिले में गर्लफ्रेंड और बॉयफ्रेंड गले मिल रहे थे, जिसे 7वीं के छात्र ने देख लिया। वह गांववालों को बता देने की बात कह रहा था, जिससे नाराज युवक ने चाकू से छात्र का गला काट दिया। वहीं मर्डर के वक्त मौजूद चश्मदीद 9वीं के छात्र ने भी पुलिस के डर से दूसरे दिन फांसी लगा ली। मामला पटना थाना क्षेत्र का है।
एक छात्र की हत्या और दूसरे के सुसाइड के बाद पुलिस एक्टिव हुई। रिश्तेदार, ग्रामीण, परिजन और दोनों मृतकों के दोस्तों से पूछताछ की। इस दौरान गांव के ही युवक महेश प्रजापति के बारे में पता चला कि उसे आखिरी बार छात्र के साथ देखा गया था। इसके बाद पुलिस ने युवक को पकड़ा, जिसने वारदात की पूरी कहानी सुनाई।
दरअसल, युवक ने चंपाझर निवासी अमन सिंह (13) की हत्या की थी । अमन 20 नवंबर को साइकिल से ब्रेड बेचने निकला था, लेकिन वापस नहीं लौटा। छात्र के पिता रमेश सिंह ने 20 नवंबर की शाम पटना थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी।
कोरिया एसपी सूरज सिंह परिहार ने बताया कि आरोपी महेश प्रजापति 15 दिन पहले अपने दादा-दादी के घर चंपाझर आया था। उसका प्रेम संबंध गांव की एक युवती से था। वारदात के तीन-चार दिन पहले छात्र अमन सिंह ब्रेड बेचने के लिए मुरमा जा रहा था।
इस दौरान आरोपी महेश प्रजापति अपनी गर्लफ्रेंड के साथ था। वह गांव के ही पुलिया के पास अपनी गर्लफ्रेंड के गले मिल रहा था। इस दौरान छात्र अमन की दोनों पर नजर पड़ गई। इसके बाद छात्र ने आरोपी महेश प्रजापति को कहा कि वह उसके घर में प्रेम संबंध के बारे में बता देगा।
छात्र अमन की इस धमकी से आरोपी महेश प्रजापति डर गया। उसने अमन सिंह को नहीं बताने के लिए कई बार मना किया, लेकिन अमन नहीं माना।
इसके बाद महेश प्रजापति ने पड़ोसी छात्र डोगेश्वर सिंह से अमन सिंह को समझाने के लिए मदद मांगी। डोगेश्वर ने महेश के कहने पर अमन सिंह को डराने के लिए अपने घर से चाकू भी ले लिया था। 20 नवंबर को महेश और डोगेश्वर निर्माणाधीन मकान के पास अमन सिंह का इंतजार कर रहे थे।
इस दौरान करीब 1 घंटे बाद अमन ब्रेड बेचकर लौटा। इस दौरान महेश प्रजापति और साथी छात्र अमन सिंह को समझाते हुए जंगल में ले गए। इस दौरान अमन अपनी जिद पर अड़ा रहा। इससे गुस्साए महेश प्रजापति ने पहले पत्थर से अमन का सिर फोड़ा, फिर चाकू से गला काट दिया।
22 नवंबर तक छात्र का पता नहीं चला तो परिजन और ग्रामीण थाने पहुंचे। पुलिस पर छात्र के गुमशुदगी मामले में कार्रवाई नहीं करने को लेकर आक्रोश जताया। पुलिस ने शुक्रवार को साथ में ब्रेड बेचने वाले ग्राम चंपाझर निवासी कक्षा नवमीं में अध्ययनरत छात्र डोगेश्वर सिंह (14) और एक अन्य छात्र को पूछताछ के लिए पटना थाने बुलाया था।
इस दौरान अमन का साथी छात्र डोगेश्वर वारदात को देखकर घबरा गया। वह हत्या करते देख मौके से भाग गया था , लेकिन उसने डर की वजह से किसी को मर्डर की जानकारी नहीं दी। इस दौरान आरोपी महेश ने अमन की साइकिल को झाड़ियों में छिपा, फिर दूसरे दिन निर्माणाधीन मकान में रख दिया।
पूछताछ में दोनों छात्रों ने गुमशुदा छात्र अमन सिंह के संबंध में जानकारी होने से इनकार किया तो पुलिस ने उन्हें शाम को छोड़ दिया। पूछताछ के बाद छोड़े गए छात्र ने रात अपने घर में फांसी लगा ली।
परिजनों ने सुबह छात्र डोगेश्वर की लाश फंदे से झूलते देखा। उन्होंने फौरन पटना पुलिस और ग्रामीणों को मामले की जानकारी दी। छात्र के पिता सुशील सिंह ने बताया कि पुलिस पूछताछ के बाद वह सहमा हुआ था। रात को वह सोने चला गया था।
एसपी सूरज सिंह परिहार ने बताया कि आरोपी महेश प्रजापति ने छात्र की हत्या की बात स्वीकार कर लिया है। उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से कोर्ट ने आरोपी को जेल भेज दिया है। पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है।