नईदिल्ली : भारत के मौसम विभाग ने कहा है कि दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना गहरे दबाव का क्षेत्र फिलहाल त्रिणकोमाली से 100 किमी उत्तर-पूर्वोत्तर में स्थिर बना हुआ है। आईएमडी के चेन्नई केंद्र ने कहा कि अगले 12 घंटे में चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है।
आईएमडी के ताजा बुलेटिन के मुताबिक, गहरे दबाव वाला क्षेत्र अभी श्रीलंका के तटीय इलाके के नजदीक पूर्व-पूर्वपश्चिम दिशा की तरफ बढ़ेगा और अगले 12 घंटे में चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा। यह 30 नवंबर को सुबह तमिलनाडु-पुडुचेरी के तट के नजदीक करईकल और महाबलिपुरम के बीच से निकलेगा। इस दौरान चक्रवाती हवाओं की रफ्तार 50-60 किलोमीटर प्रतिघंटा से 70 किमी प्रतिघंटा तक जा सकती हैं।
मौसम विभाग के मुताबिक, तमिलनाडु और पुडुचेरी में चक्रवात फेंगल के प्रभाव के दौरान भीषण बारिश होने की संभावना जताई गई है। खासकर चेन्नई के तटीय इलाकों में। इसके मद्देनजर राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम ने करईकल और टीआर पटिनम में निचले क्षेत्रों का दौरा किया, जहां खतरे की संभावना सबसे ज्यादा है। टीम ने यहां सुरक्षा और जोखिम को लेकर तैयारियों को भी परखा I
भारतीय नौसेना ने चक्रवात के असर से निपटने के लिए कसी कमर
इस बीच भारतीय नौसेना ने चक्रवात से निपटने के लिए तैयारियों का जिक्र किया। नौसेना ने कहा कि वह जोखिम वाले सभी क्षेत्रों में राज्य और नागरिक प्रशासन से संपर्क में है और उन्हें जरूरी समर्थन मुहैया कराने की तैयारी कर रहा है। इसमें वाहनों को खाने, पानी, दवाओं के अलावा अन्य जरूरत की चीजों से भरा जा रहा है। इसके अलावा बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए बाढ़ राहत टीमों को भी तैयार रखा गया है। वहीं, आपात रेस्क्यू के लिए डाइविंग टीमों को भी स्टैंडबाई पर रखा गया है।