छत्तीसगढ़

आईसीसी चेयरमैन बनते ही पाकिस्तान की जय शाह निकाल देंगे हेकड़ी! छिन जाएगी चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी?

नईदिल्ली : चैंपियंस ट्रॉफी पाकिस्तान में होगी या नहीं, भारत के लिए हाइब्रिड मॉडल अपनाया जाएगा या नहीं? ऐसे कई सवालों के जवाब 29 नवंबर को ICC बोर्ड्स की मीटिंग के बाद सामने आ सकते हैं. इस बीच 1 दिसंबर की तारीख भी पास आ रही है, इसी दिन जय शाह आईसीसी का चेयरमैन पद संभालने वाले हैं. याद दिला दें कि इसी साल अगस्त में जय शाह को सर्वसम्मति से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद का नया चेयरमैन नियुक्त किया गया था. वो अब तक BCCI का सचिव पद संभाल रहे थे.

29 नवंबर को मीटिंग में कई विषयों पर चर्चा तो होगी, लेकिन यह अभी यह स्पष्ट नहीं है कि टूर्नामेंट के संबंध में फैसला तुरंत आएगा या कुछ दिन बाद. ऐसे में फैसला आने में देरी होती है तो 1 दिसंबर तक जय शाह आईसीसी का चेयरमैन पद संभाल चुके होंगे. इस चेयरमैन पद पर जो भी होता है, उसे अन्य सभी देशों को समानता की दृष्टि से देखना होता है, लेकिन पाकिस्तान में आतंकी हमलों का पुराना इतिहास रहा है. इसलिए संभवतः चेयरमैन की कुर्सी पर बैठने के बाद जय शाह हाइब्रिड मॉडल पर मुहर लगाकर भारत के पक्ष में स्टेटमेंट जारी कर सकते हैं.

BCCI की चिंता सही?

साल 2009 का वह भयावह लम्हा आज भी क्रिकेट फैंस को झकझोर देता है, जब श्रीलंकाई क्रिकेट टीम पर आतंकी हमला हो गया था. इसलिए कायदे से देखा जाए तो BCCI का पाकिस्तान में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चिंता व्यक्त करना बहुत हद तक सही भी है. दूसरी ओर PCB बार-बार कहता आया है कि वो किसी हालत में चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी नहीं छोड़ेगा और ना ही हाइब्रिड मॉडल को स्वीकार करेगा. मगर जय शाह के चेयरमैन बनते ही ये सारे समीकरण बदल सकते हैं, जहां पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के पास झुकने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा होगा.