नईदिल्ली : महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रहे घमासान के बीच गुरुवार को दिल्ली में अमित शाह के घर पर महायुति की बैठक हुई। इस बैठक में शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, अजित पवार और देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद रहे। इसके साथ ही भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरे भी बैठक में शामिल हुए। हालांकि इस बैठक में भी महाराष्ट्र के सीएम चेहरे से पर्दा नहीं उठा।
दो दिसंबर तक हो जाएगा नई सरकार का गठन
महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन और सत्ता साझेदारी को लेकर महायुति के शीर्ष नेता गुरुवार देर रात गृह मंत्री अमित शाह के साथ उनके आवास पर बैठक की। बैठक में एकनाथ शिंदे, देवेंद्र फडणवीस और अजीत पवार शामिल रहे। गठबंधन के नेताओं ने कहा कि महाराष्ट्र में नई सरकार का गठन 2 दिसंबर तक हो जाएगा।
मुंबई में होगी महायुति की बैठक
बैठक के बाद महाराष्ट्र के कार्यवाहक सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि बैठक अच्छी और सकारात्मक रही। यह पहली बैठक थी। हमने अमित शाह और जेपी नड्डा से चर्चा की। उन्होंने कहा कि महायुति की एक और बैठक मुंबई में होगी। इस बैठक में फैसला लिया जाएगा कि मुख्यमंत्री कौन होगा। बता दें कि महाराष्ट्र के सीएम पद के दौर में तीन नेताओं का नाम अभी तक शामिल है। जिसमें कार्यवाहक सीएम एकनाथ शिंदे, एनसीपी
शिंदे ने साफ की भूमिका
बैठक से पहले दिल्ली पहुंचने पर एकनाथ शिंदे ने कहा कि मैंने कल प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी भूमिका साफ कर दी है कि महायुति के मुख्यमंत्री को लेकर कोई बाधा नहीं है। लाडला भाई दिल्ली आ चुका है और लाडला भाई पद मेरे लिए किसी भी चीज से बड़ा है। बैठक में हर बात पर चर्चा होगी।
शिंदे ने किया था सीएम बनने से इन्कार
इससे पहले, बुधवार को ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना शिंदे गुट के प्रमुख एकनाथ शिंदे ने सीएम पद को लेकर चल रही चर्चाओं को विराम दे दिया था। उन्होंने कहा कि मेरे मन में सीएम बनने की लालसा नहीं है। पीएम मोदी और अमित शाह जो भी निर्णय लेंगे मुझे मंजूर होगा। सरकार बनाते समय मेरी तरफ से कोई अड़चन नहीं आएगी। मैं चट्टान की तरह साथ खड़ा हूं। भाजपा की बैठक में जो भी निर्णय लिया जाएगा, हमें मान्य होगा। भाजपा का सीएम मुझे मंजूर है।
पिता ने गठबंधन धर्म का पालन किया : श्रीकांत शिंदे
मुंबई। महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे नई सरकार में संभवतः उपमुख्यमंत्री नहीं बनेंगे। शिंदे के करीबी विधायक संजय शिरसाट ने बृहस्पतिवार को यह बात कही। लेकिन, उन्होंने संभावना जताई है कि पार्टी प्रमुख शिंदे मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते हैं। वहीं, एकनाथ शिंदे के पुत्र सांसद श्रीकांत शिंदे ने अपने पिता पर गर्व जताया है। उन्होंने कहा कि मेरे पिता ने व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा को दरकिनार करते हुए गठबंधन धर्म पालन करने का बेहतरीन उदाहरण पेश किया है।
महाराष्ट्र चुनाव पर एक नजर
बता दें कि कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (एसपी) के महा विकास अघाड़ी गठबंधन को हराकर महायुति गठबंधन ने 288 में 235 सीटें जीती जिसमें से अकेले भाजपा ने 132 सीटों पर अपना कब्जा जमाया। इस आधार पर ये तय माना जा रहा है कि महाराष्ट्र का अगला सीएम भाजपा से ही होगा, हां ये अलग बात है कि सीएम के नाम का आकलन लगाना थोड़ा कठिन हैं।