नईदिल्ली : 2025 चैंपियंस ट्रॉफी के आगाज में अब 90 दिन से भी कम का समय बाकी है. फिर भी अभी तक इसके शेड्यूल और वेन्यू को लेकर तस्वीर साफ नहीं हुई है. इस वैश्विक टूर्नामेंट की मेजबानी पाकिस्तान के पास है, लेकिन भारत के वहां जाने से इनकार के बाद यह तय है कि यह टूर्नामेंट हाइब्रिड मॉडल में खेला जाएगा. PCB कुछ शर्तों के साथ 2025 चैंपियंस ट्रॉफी को हाइब्रिड मॉडल में कराने के लिए राजी हो गया है.
पीसीबी ने आईसीसी से कहा है कि वह अगले साल चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी के लिए हाइब्रिड मॉडल को स्वीकार करने को तैयार है, लेकिन आईसीसी को 2031 तक भारत में होने वाले वैश्विक टूर्नामेंट भी हाइब्रिड मॉडल में कराने होंगे. हालांकि, पीसीबी की यह शर्त मानी नहीं जाएगी, क्योंकि भारत में किसी भी देश की टीम को सुरक्षा का कोई खतरा नहीं होता है.
क्रिकेट को जीतना चाहिए- PCB चीफ
पीसीबी के प्रमुख मोहसिन नकवी ने कहा, “मैं इस पर ज्यादा टिप्पणी नहीं करना चाहता, क्योंकि इससे चीजें बिगड़ सकती हैं. हमने अपना दृष्टिकोण आईसीसी को बता दिया है. भारतीयों ने भी अपना दृष्टिकोण बता दिया है. प्रयास यह सुनिश्चित करना है कि सभी के लिए फायदा हो. क्रिकेट को जीतना चाहिए. यह सबसे महत्वपूर्ण है. हम वही करेंगे, जो क्रिकेट के लिए सबसे अच्छा होगा. हम जो भी फॉर्मूला अपनाएंगे, वह समान शर्तों पर होगा.”
उन्होंने आगे कहा, “पाकिस्तान का गौरव सबसे महत्वपूर्ण है. हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि क्रिकेट जीते, लेकिन पाकिस्तान का गौरव भी बरकरार रहे. मेरा प्रयास यह सुनिश्चित करना है कि कोई एकतरफा व्यवस्था नहीं हो. ऐसा नहीं होना चाहिए कि हम भारत जाएं और वे हमारे देश में नहीं आएं. विचार यह है कि इसे हमेशा के लिए समान शर्तों पर सुलझा लिया जाए.”
कराची में पीसीबी के एक टॉप सूत्र ने बताया कि बोर्ड हाइब्रिड मॉडल पर सहमत होने के लिए सालाना राजस्व चक्र में ज्यादा हिस्सेदारी की मांग भी कर रहा है. सुरक्षा चिंताओं के कारण भारत इस हाइब्रिड मॉडल में अपने मैच दुबई में खेलेगा, जिसमें पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबला भी शामिल है.
पीसीबी सूत्र ने बताया, मौजूदा स्थिति यह है कि पीसीबी के अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने कहा है कि वह ‘हाइब्रिड मॉडल’ पर चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी तभी स्वीकार करेंगे, जब बोर्ड इस बात पर सहमत हो कि भविष्य में सभी आईसीसी टूर्नामेंट इसी प्रणाली के आधार पर होंगे और पाकिस्तान अपने मैच खेलने के लिए भारत नहीं जाएगा.
जानें क्या-क्या है पाकिस्तान की मांग
सूत्र ने आगे कहा, पाकिस्तान यह भी चाहता है कि आईसीसी बोर्ड राजस्व में वित्तीय चक्र में उसके हिस्से को 5.75 प्रतिशत से बढ़ा दे और नकवी इस पर अड़े हुए हैं, लेकिन उन्होंने मेजबानी के लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं मांगा है.
2031 तक भारत को आईसीसी के तीन पुरुष टूर्नामेंट की मेजबानी करनी है, जिसमें श्रीलंका के साथ मिलकर 2026 टी20 विश्व कप, 2029 चैंपियंस ट्रॉफी और बांग्लादेश के साथ मिलकर 2031 वनडे विश्व कप शामिल है. यह देखते हुए कि बांग्लादेश और श्रीलंका मुख्य टूर्नामेंट के दो सह-मेजबान हैं और अगर वे भी इसके खिलाफ जोर देते हैं तो पाकिस्तान को भारत की यात्रा करने के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा.
विवाद का मुद्दा सिर्फ 2029 चैंपियंस ट्रॉफी हो सकता है, जो पूरी तरह से भारत में आयोजित की जाएगी. एक और विवाद अगले साल अक्टूबर में होने वाला महिला वनडे विश्व कप हो सकता है, जो भारत में ही आयोजित किया जाएगा.