मुम्बई : कौन बनेगा महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री? इस सस्पेंस से आज सोमवार (02 दिसंबर, 2024) को पर्दा उठ जाएगा. शिवसेना के अध्यक्ष एकनाथ शिंदे ने कहा कि सोमवार को मुख्यमंत्री तय कर लिया जाएगा और उनकी पार्टी ने बिना शर्त का समर्थन दिया है फिर निर्णय चाहे कोई भी हो. वहीं एक बीजेपी नेता ने बताया कि सीएम पद के लिए देवेंद्र फडणवीस का नाम फाइनल हो चुका है.
बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने रविवार को कहा कि महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री के रूप में देवेंद्र फडणवीस का नाम तय हो गया है. नेता ने कहा कि बीजेपी विधायक दल का नया नेता चुनने के लिए बैठक 2 या 3 दिसंबर को होगी. यह बयान कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के भगवा पार्टी के शीर्ष नेताओं – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के लिए जाने वाले निर्णय को “बिना शर्त समर्थन” दोहराने के कुछ घंटों बाद आया.
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि महायुति की बैठक में गृह मंत्री पद सहित सभी मुद्दों पर चर्चा के बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि राज्य के लोगों ने महागठबंधन को स्पष्ट बहुमत दिया है और हमारी प्राथमिकता उनकी उम्मीदों को पूरा करने वाली स्थिर सरकार प्रदान करना है. उन्होंने सतारा के दारे गांव से मुंबई लौटने से पहले मीडिया से बातचीत की और अपनी राय रखी.शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे को उपमुख्यमंत्री का पद और शिवसेना को गृह विभाग दिए जाने की अटकलों पर एकनाथ शिंदे ने कहा कि महायुति की तीनों सहयोगी शिवसेना, बीजेपी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) आम सहमति से इस पर फैसला करेंगी. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति को भारी जीत मिलने के एक सप्ताह से अधिक समय बाद भी नयी सरकार का गठन नहीं हुआ है.
अजित पवार ने कहा- मुख्यमंत्री बीजेपी का होगा
इससे पहले शनिवार (30 नवंबर, 2024) को एनसीपी के अध्यक्ष अजित पवार ने कहा था कि महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बीजेपी से होगा और दो उपमुख्यमंत्री गठबंधन सहयोगियों से होंगे. पवार ने कहा, “बैठक (महायुति नेताओं की दिल्ली बैठक) के दौरान यह निर्णय लिया गया कि महायुति बीजेपी के मुख्यमंत्री के साथ सरकार बनाएगी और शेष दो दलों के उपमुख्यमंत्री होंगे.”
एकनाथ शिंदे और अजित पवार गुट के बीच सब सही?
वहीं, एकनाथ शिंदे वाली शिवसेना के विधायक गुलाबराव पाटिल ने ये कह कर सनसनी फैला दी कि अगर अजित पवार महायुति गठबंधन का हिस्सा नहीं होते तो उनकी पार्टी 100 सीटें जीत सकती थी. उन्होंने कहा, “हम केवल 85 सीटों पर चुनाव लड़ा था और अजित दादा के बिना हम 90 से 100 सीटों पर चुनाव जीत सकते थे.” उन्होंने ये भी कहा कि जब अजित पवार को सरकार में शामिल किया गया तो एकनाथ शिंदे ने बीजेपी वालों से कभी नहीं पूछा कि इन्हें क्यों शामिल किया जा रहा है?
हालांकि गुलाबराव पाटिल ने भी स्पष्ट कर दिया है कि मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर फैसला बीजेपी ही करेगी और एकनाथ शिंदे के अलावा अन्य सहयोगी इसका समर्थन करेंगे. महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर चल रही तमाम चर्चाओं के बीच महायुति के नेताओं ने दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी, जहां पर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद थे. सूत्रों के हवाले से पता चला है कि सरकार बनाने का फॉर्मूला तय हो चुका है और 5 दिसंबर को शपथ ग्रहण का कार्यक्रम होगा.