छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़: बस्तर संभाग में अगले 3 दिन बरसात, बारिश से 7 डिग्री तक लुढ़का राजधानी में दिन का पारा; प्रदेश में अगले दो दिन ठंड से राहत

रायपुर ।प्रदेश में साइक्लोन फेंगल का असर कम होने लगा है। हालांकि अगले 3 दिन इसके प्रभाव से दक्षिण हिस्से यानी बस्तर संभाग के एक-दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। अगले 2 दिन छत्तीसगढ़ में न्यूनतम तापमान 2 डिग्री तक बढ़ सकता है।

रायपुर सहित कई जिलों में सुबह से बादल छाए हुए हैं। रविवार को कई जिलों में सुबह से लेकर शाम तक रुक-रुककर बारिश होती रही, जिससे दिन का तापमान समान्य से 7 डिग्री तक कम रहा।

रायपुर में रविवार को दिन का तापमान 22.8 डिग्री रहा जो औसत से 7 डिग्री कम था। वहीं माना में एयरपोर्ट पर दिन तापमान 21.6 डिग्री रहा जो सामान्य से 8.2 डिग्री कम रहा। वहीं रात का तापमान 18.8 डिग्री रहा जो सामान्य से 3.3 डिग्री अधिक रहा। अंबिकापुर रविवार को सबसे ठंडा रहा यहां रात का टेंपरेचर 10.4°C दर्ज किया गया।

रायपुर में सबसे ज्यादा ठंड दिसंबर में पड़ने का ट्रेंड है। इस दौरान उत्तर-पूर्वी मानसून के कारण अरब सागर में बनने वाले सिस्टम से बारिश के हालात बनते हैं। यानी पूरे महीने में एक से दो बार बारिश होती है। अभी बंगाल की खाड़ी में बने फेंगल तूफान के कारण नमी आने से मौसम बदला हुआ है।

मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक इस सप्ताह रात का तापमान सामान्य से अधिक रहेगा। मौसम साफ होने के बाद स्थिति सामान्य होने में दो से तीन दिन लगेंगे। दिसंबर के दूसरे सप्ताह से रात के तापमान में कमी आएगी और ठंड बढ़ेगी। इस साल भी तापमान ठंड बहुत अधिक या बहुत कम पड़ने की संभावना नहीं है।

पहले पखवाड़े तक रायपुर में सामान्य ठंड रहती है। उत्तर भारत में बर्फबारी शुरू होने का यहां असर पड़ता है और उसी के बाद कड़ाके की ठंड पड़ने लगती है। उसी दौरान न्यूनतम तापमान तेजी से गिरने लगता है।

रायपुर ही नहीं, पूरे छत्तीसगढ़ के लिए दिसंबर का महीना ही ठंड का असली सीजन है। इस महीने रायपुर में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से नीचे भी चला जाता है। हालांकि रायपुर में न्यूनतम तापमान का औसत 12.4 डिग्री है। इस दौरान एक-दो बार शीतलहर भी चलती है। महीने में 15 ज्यादा दिनों में रात का तापमान सामान्य से नीचे रहता है। इस वजह से रात में अच्छी ठंड पड़ती है

क्लाइमोटोलाजिस्ट डॉ. जीके दास के मुताबिक दिसंबर के महीने में रायपुर में आमतौर पर समुद्र में बड़े सिस्टम बनने पर बारिश होती है। महीने में 5.6 मिमी औसत वर्षा का रिकॉर्ड है।