अयोध्या: श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में श्रीरामलला के विराजमान होने को वर्ष भर का समय पूर्णता की ओर है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने प्रतिष्ठा द्वादशी समारोह पूर्वक मनाने की योजना तैयार की है। इसी के अनुसार मंदिर निर्माण के शेष कार्य में तेजी आई है।परकोटे में निर्माणाधीन शिव मंदिर, सूर्य मंदिर, दुर्गा माता मंदिर, गणेश मंदिर, अन्नपूर्णा मंदिर और हनुमान मंदिर में से कुछ का स्पष्ट स्वरूप उभर आया है। शेष में निर्माण कार्य तेजी पर है। यही स्थिति मंदिर के शिखर निर्माण की है। निर्माण की प्रगति स्पष्ट परिलक्षित होने लगी है।निर्माण कार्य की देखरेख में लगे दायित्वधारी श्रम और ऊर्जा के साथ जुटे हैं। वे कहते हैं कि समय का दबाव तो है ही लेकिन गुणवत्ता का ध्यान सर्वोपरि है। शीघ्र ही सुखद परिणाम दिखाई देगा।
राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र समय-समय पर परिसर का निरीक्षण कर निर्माण की गति को देखते रहते हैं।
इसी तरह राम मंदिर के शिखर का निर्माण भी तेज गति से किया जा रहा है। 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की गई थी। इस वर्ष भी 22 जनवरी को विशेष आयोजन की तैयारी है। श्रीराम जन्मभूमि परिसर में कई भव्य मंदिरों का निर्माण किया जा रहा है। अयोध्या को हिंदू धर्म की प्रमुख नगरी के रूप में विकसित किया जा रहा है।
बीती 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की थी। वो छवियां आज भी लोगों के मन में अंकित हैं।